Edited By Ramkesh,Updated: 22 Dec, 2024 12:46 PM
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिलेमें उप डाकपाल के पद पर तैनात 28 वर्षीय राहुल कुमार ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली है। अत्महत्या से पहले राहुल कुमार से एक सुसाइड नोट भी लिखापर उन्होंने सीनियर अधिकारियों पर दलित उत्पीड़न का आरोप लगाया है। नोट में...
बुलंदशहर (वरुण शर्मा): उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में उप डाकपाल के पद पर तैनात 28 वर्षीय राहुल कुमार ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली है। अत्महत्या से पहले राहुल ने एक सुसाइड नोट भी लिखा। उन्होंने सीनियर अधिकारियों पर दलित उत्पीड़न का आरोप लगाया है। नोट में राहुल ने लिख कर बताया कि मुझे सीनियर अधिकारियों ने फर्जी तरीके से ढाई करोड़ के गबन के आरोप में फंसाया है, जबकि मृतक ने इस मामले में खुद को बेकसूर बताया है।
सीबीआई ने उप डाकपाल राहुल से एक दिन पहले की थी पूछताछ
उप डाकपाल राहुल पर 2.50 करोड़ गबन का आरोप मृतक राहुल पर आरोप है कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान 2.50 करोड़ रुपए का घोटाला किया। इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज किया। राजस्व कम पाए जाने पर जांच कराई तो फर्जी डाक टिकट तैयार किए जाने की पुष्टि हुई। इस मामले में अब गाजियाबाद सीबीआई की एंटी करप्शन विंग ने उपडाकपाल व दो अन्य व्यक्ति जो डाकघर में डाक लाने का काम करते थे उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। शुक्रवार को सीबीआई ने उप डाकपाल राहुल को लखावटी पोस्ट ऑफिसमें ले जाकर पूछताछ की।
उप डाकपाल सहित तीन कर्मचारी को विभाग ने किया था निलंबित
इस मामले में करीब एक माह पहले उप डाकपाल, एक बाबू गोपाल वएक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को निलंबित किया गया था।। लखावटी स्थित अमर सिंहमहाविद्यालय परिसर में उप डाकखाना संचालित हैं। डाकखाने में नगर के गिरधारी नगर निवासीराहुल कुमार मई 2023 से नवंबर 2024 तक उप डाकपालके पद पर कार्यरत थे। राजस्व आनेपर विभाग को हुआ था शकडाकघर से कम राजस्व आने पर विभागीय स्तर सेजांच शुरू हुई। जांच के दौरान सामने आया कि 26 नवंबर को 3833पंजीकृत लिफाफे पर एक व्यक्ति डाक टिकट लगाकर पहुंचा है। सभी पंजीकृत लिफाफेलखावटी डाकघर से बुक होने पाए गए। लिफाफों पर लगे टिकट पर संदेह होने पर विभागीयअफसरों ने जांच की तो यह सभी डाक टिकट जाली पाए गए।
जाली टिकट लगाकर हो रहा था फर्जीवाड़ा
डाक टिकट जाली मिलने पर उप डाकपाल की तैनाती से लेकर वर्तमान समय तककी डाकखाने से हुई बुकिंग समेत अन्य बिंदुओं पर जांच की गई। जांच में सामने आया किमेल (रजिस्ट्री, स्पीड पोस्ट एवं पार्सल) की बुकिंग में दोकरोड़ 50 लाख 91 हजार के जाली टिकट लगाकर फर्जीवाड़ा किया गयाहै। फर्जीटिकट के माध्यम से उक्त धनराशि को विभाग के खाते में जमा करने के बजाए निजी हितमें प्रयोग किया गया।
सीबीआई की एंटी करप्शन टीम कर रही थी मामले की जांच पड़ताल
डाक विभाग के अधीक्षक युवराज सिंह की शिकायत केआधार पर सीबीआईकी एंटी करप्शन विंग ने तीन लोगों पर रिपोर्ट दर्ज की है। उनमें उपडाकपाल राहुलकुमार व दो बाहरी व्यक्ति जो उपडाकपाल के लिए डाक लाने का काम करते थे, उनकेखिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।बीते एक दिन पहले ही मृतक से सीबीआईकी टीम ने पूछछात की थी।
जाली टिकट की हुई थी पुष्टि
भारतीय प्रतिभूति मुद्रणालय नासिक से जाली टिकट होने की मिली जानकारी डाक अधीक्षक ने डाकखाने में बुक कराई गई मेल पर लगे डाक टिकटों की जांच के लिए भारतीय प्रतिभूति मुद्राणालय नासिक भेजे। इनमें एकरुपये का बाल गंगाधर तिलक, पांच रुपये का मौलाना अब्दुल कलाम आजाद,10 रुपयेका छत्रपति शिवाजी महाराज और 20 रुपये का मदर टेरेसा के टिकट शामिलरहे। भारतीय प्रतिभूति मुद्रणालय नासिक की जांच में एक रुपये वाले टिकट को छोड़करअन्य सभी जाली मिले। फिलहाल इस मामले में उप डाकपाल राहुल कुमार ने खुद को निर्देश बताकर आत्महत्या कर ली है। वहीं पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टमके लिए भेज दिया है। अब देखना हो कि पुलिस इस घटना में क्या कार्रवाई करती है।