Edited By Ajay kumar,Updated: 04 May, 2024 10:16 PM
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के मतदान के लिए चुनाव प्रचार अंतिम मोड़ पर पहुंच गया है। सभी पार्टियों के उम्मीदवार से लेकर दिग्गज नेता अपने अपने प्रत्याशी को जिताने के लिए जुटे हैं। इस मामले में जनता भी पीछे नहीं है।
लखनऊः लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के मतदान के लिए चुनाव प्रचार अंतिम मोड़ पर पहुंच गया है। सभी पार्टियों के उम्मीदवार से लेकर दिग्गज नेता अपने अपने प्रत्याशी को जिताने के लिए जुटे हैं। इस मामले में जनता भी पीछे नहीं है। अपने पसंदीदा प्रत्याशी की जीत को लेकर शर्त तक लगा चुके हैं। एडवोकेट दिवाकर वर्मा और सतेंद्र पाल के बीच 2 लाख रुपये की शर्त लगी है। दोनों अधिवक्ता इसके लिए बाकायदा एफिडेविट तेयार किया है।
बता दें कि बदायूं लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। जहां समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव के बेटे आदित्य यादव का मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के दुर्विजय सिंह शाक्य से है। बदायूं में भले ही चुनाव में आदित्य खड़े हैं, लेकिन उनके पिता और इटावा की जसवंतनगर विधानसभा सीट से छह बार के विधायक शिवपाल की प्रतिष्ठा बदायूं में दांव पर लगी है। वर्ष 2014 में यह सीट सपा ने जीती थी। भाजपा ने 2019 में यह सीट सपा से छीन ली थी। इस बार भाजपा जहां इस पर अपना कब्जा बरकरार रखने के लिए प्रयासरत है तो वहीं दूसरी ओर सपा इसे वापस हासिल करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
तीसरे चरण में बदायूं में सात मई को मतदान होगा
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में बदायूं में सात मई को मतदान होगा। यहां चुनाव में 11 उम्मीदवार मैदान में हैं। बृहस्पतिवार को यहां केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और सपा प्रमुख अखिलेश यादव की चुनावी रैलियां हुईं। मतदाताओं को लगता है कि चुनावी जंग आगे और तेज होगी। बदायूं के निवासी और बैंक से सेवानिवृत्त मनोज जौहरी ने कहा कि अमित शाह और अखिलेश यादव की रैलियां हुईं जिसके बाद चुनावी सरगर्मी बढ़ गई है। चुनाव में चार दिन बचे रहने से मुकाबला हर दिन तेज होता जा रहा है।” शहर में प्रॉपर्टी खरीदने बेचने का काम करने वाले अशोक कपूर को लगता है कि इस चुनाव में भाजपा फायदे में है। उन्होंने कहा,‘‘ यहां यादव मतदाता, मुस्लिम मतदाता और दलित मतदाता हैं। लेकिन मुझे लगता है कि इन चुनावों में मुख्य चेहरा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं।
सपा और भाजपा के बीच टक्कर
उन्होंने कहा कि भाजपा का पलड़ा इसलिए भारी है क्योंकि अपराध पर बहुत हद तक लगाम लगी है, विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंच रहा है औऱ कुछ मुस्लिम मित्रों का भी कहना है कि वे नरेन्द्र मोदी के पक्ष में मतदान करेंगे। रेलवे स्टेशन रोड पर खानपान की दुकान चलाने वाले सुनील कश्यप ने कहा कि भाजपा और सपा के बीच कड़ा मुकाबला है और दोनों पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं के दौरे के साथ यह सरगर्मी बढ़ेगी।'' उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि सपा के ऊपर भाजपा की थोड़ी बढ़त है। हालांकि, वास्तविक परिणाम चार जून को ही पता चल सकेगा।'' शहर के इंदिरा चौक में मिठाई की दुकान चलाने वाले मोहम्मद शकील के अनुसार, भाजपा और सपा के बीच सीधा मुकाबला है और दोनों पार्टियों के नेता मतदाताओं तक पहुंचने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं।