Edited By Pooja Gill,Updated: 11 Jan, 2024 01:46 PM
Ayodhya Tent City: उत्तर प्रदेश के अयोध्या (Ayodhya) में बन रहे भव्य और दिव्य राम मंदिर (Ram Mandir) में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का समारोह होगा। इसकी सभी तैयारियां की जा रही है। यहां पर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अंतर्गत राम कथा की...
Ayodhya Tent City: उत्तर प्रदेश के अयोध्या (Ayodhya) में बन रहे भव्य और दिव्य राम मंदिर (Ram Mandir) में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का समारोह होगा। इसकी सभी तैयारियां की जा रही है। यहां पर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अंतर्गत राम कथा की शुरुआत हो चुकी है। जिसमें देश- विदेश से आने वाले कलाकार हिस्सा लेंगे। इस कार्यक्रम में लगभग 50 हजार भक्त शामिल होंगे। जिनके ठहरने के लिए भी व्यवस्था की जा रही है। इनके लिए संस्कृति विभाग यहां दस करोड़ रुपये की लागत से टेंट सिटी बनाएगा। विभाग ने इसके लिए वित्तीय स्वीकृति दे दी है।
बता दें कि सरयू नदी के घाट में 100 एकड़ में भूमि में टेंट सिटी तैयार की जा रही है। इसमें लगभग 20 से 25 हजार लोग रह सकते हैं। इसमें 35 टेंट लगाए जाएंगे, जिसमें इन श्रद्धालुओं के रुकने के सारे इंतजामों को अच्छे से किया जाएगा। इन टेंट हाउस को इस तरीके से तैयार किया जा रहा है कि आप किसी भी मौसम में आप यहां आए तो आसानी से इनमें रुक सके। वहीं, नया बस स्टैंड के पास बन रही टेंट सिटी में रोज लगभग पांच सौ लोगों के ठहरने की व्यवस्था की जाएगी। संस्कृति विभाग दस करोड़ रुपये की लागत से टेंट सिटी बनाएगा। यहां कलाकारों के लिए सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले सरयू तट पर 14 से 25 जनवरी तक ‘श्री राम नाम महायज्ञ' (Shri Ram Nam Mahayagya) का भव्य आयोजन होने जा रहा है। इस महायज्ञ के आयोजकों ने बताया कि इस वृहद अनुष्ठान के लिए 1008 नर्मदेश्वर शिवलिंग की स्थापना की जाएगी। इस महायज्ञ का नेतृत्व और आयोजन आत्मानंद दास महात्यागी उर्फ नेपाली बाबा करेंगे और इस यज्ञ में नेपाल से 21 हजार पंडित भाग लेंगे। नेपाली बाबा ने जानकारी देते हुए कहा कि हर दिन 50 हजार भक्तों को ठहरने की व्यवस्था की जा रही है और एक भोज का आयोजन किया जाएगा जिसमें प्रतिदिन लगभग एक लाख भक्तों को भोजन कराया जाएगा । उन्होंने बताया कि महायज्ञ की समाप्त होने के बाद 1008 शिवलिंग को सरयू नदी में विसर्जित किया जाएगा। इस समारोह की शुरुआत 14 जनवरी को यजमानों के सिर मुंडन के साथ होगी तथा 17 जनवरी से रामायण के 24 हजार श्लोकों के जाप के साथ हवन शुरू होगा, जो 25 जनवरी तक चलेगा।
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