Edited By Mamta Yadav,Updated: 23 Jan, 2025 12:38 AM
अयोध्या में प्रभु रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के एक वर्ष पूर्ण होने की खुशी में मणिरामदास छावनी से गाजे-बाजे के संग भव्य शोभायात्रा निकाली गई। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं मणिरामदास छावनी के महंत नृत्यगोपालदास के उत्तराधिकारी...
Ayodhya News: अयोध्या में प्रभु रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के एक वर्ष पूर्ण होने की खुशी में मणिरामदास छावनी से गाजे-बाजे के संग भव्य शोभायात्रा निकाली गई। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं मणिरामदास छावनी के महंत नृत्यगोपालदास के उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास ने बुधवार को बताया कि प्रभु रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के एक वर्ष पूर्ण होने की खुशी में मणिरामदास छावनी में गाजे-बाजे के संग भव्य शोभायात्रा निकाली गयी।
250 विद्वान पंडितों द्वारा सवा लाख श्रीरामरक्षा स्रोत का पाठ
उन्होंने बताया कि हाल में श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने ग्यारह जनवरी को हिन्दू तिथि के अनुसार भव्यता पूर्वक एक वर्ष पूर्ण होने की खुशी में प्राण प्रतिष्ठा मनाया गया था। अंग्रेजी तिथि के अनुसार आज ही के दिन प्राण प्रतिष्ठा हुआ था इसलिए हम संत धर्माचार्य एक शोभायात्रा वैदिक मंत्रोच्चार से निकला है। मणिरामदास छावनी से गाजे-बाजे के संग यह शोभायात्रा निकाली गयी जो अपने गंतव्य मणिरामदास छावनी के श्रीराम सत्संग भवन पहुंची। उसके बाद 250 विद्वान पंडितों ने सवा लाख श्रीरामरक्षा स्रोत का पाठ आरंभ किया। शोभायात्रा में श्रीरामलला, बजरंगबली और सात विशेष रामरक्षा यंत्र विराजमान थे।
रामरक्षा स्तोत्र के पाठ संग महोत्सव का शुभारम्भ
मंहत ने बताया यह कार्यक्रम श्रीरामलला अयोध्याजी सेवा समिति के तत्वावधान में हो रहा है, जो 41 दिनों तक अनवरत चलता रहेगा। इस क्रम में 51 विद्वान पंडित प्रतिदिन 2100 रामरक्षा स्रोत का पाठ करेंगे। श्री रामलला महोत्सव के आयोजक आयोजक और श्रीरामलला महोत्सव के आयोजक एवं श्रीरामलला अयोध्याजी सेवा समिति के अध्यक्ष डॉ. आचार्य राजानंद शास्त्री ने बताया कि 22 जनवरी को श्रीरामजन्मभूमि पर भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी। आज एक वर्ष पूर्ण हो गया। रामलला की प्रतिष्ठा के अवसर पर हम लोग 41 दिनों का उत्सव मना रहे हैं। रामरक्षा स्तोत्र के पाठ संग महोत्सव का शुभारम्भ हो चुका है। इस मौके पर धर्मध्वजा संग दिव्य शोभायात्रा निकाली गयी है। मण्डल पूजन किया गया। अयोध्या के विद्वान पंडितों ने रामरक्षा स्तोत्र का पाठ किया।
राम मंदिर आंदोलन के बलिदानी कारसेवकों को नमन
उन्होंने बताया कि आज ही संत-महंतों का समागम और राम मंदिर आंदोलन के बलिदानी कारसेवकों को नमन किया गया। उन्होंने बताया कि अनुष्ठान के क्रम में सात विशेष रामरक्षा यंत्र अभिमंत्रित किया जायेगा। जिसमें पहला यंत्र श्रीरामलला, दूसरा हनुमानगढ़ी में बजरंगबली को समर्पित किया होगा। तीसरा रामरक्षा यंत्र मणिरामदास छावनी में और चौथा देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं पांचवा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दिया जायेगा। छठा यंत्र समिति और सातवां यंत्र धार्मिक अनुष्ठानों में प्रयोग होगा। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को रक्षायंत्र श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास के द्वारा किया जायेगा। उन्होंने बताया कि वर्षगांठ महोत्सव पर रामलला को 56 भोग लगाकर जयपुरिया रजाई समर्पित की गयी है। वहीं श्रद्धालुओं में पौष बड़ा का प्रसाद वितरित किया गया।
हम सबकी पीढ़ी बहुत ही सौभाग्यशाली... महंत
मणिरामदास छावनी के महंत कमल नयन दास ने कहा कि श्रीरामरक्षा यंत्र जनमानस का कल्याण करेगा। इस अवसर पर प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी के महंत राजूदास ने कहा कि हम सबकी पीढ़ी बहुत ही सौभाग्यशाली है जो हम सबने रामलला का भव्य मंदिर और उसमें रामलला को विराजमान होते देखा। उन्होंने कहा कि हम लोग भव्य मंदिर में रामलला के विराजमान होने का प्रथम वर्षगांठ मना रहे हैं, यह हमारे लिये गर्व व खुशी की बात है।