Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 30 Mar, 2020 05:46 PM
लॉकडाउन के दौरान पहले से ही अनेक पीड़ा झेल चुके प्रवासी मजदूरों की बरेली से अमानवीय तस्वीर सामने आई। जहां मजदूरों को बस स्टैंड के पास सड़क पर बैठा कर उनके ऊपर कैमिकल की बारिश की गई। इस दौरान कुछ लोगों और बच्चों की आंखों में जलन होने...
लखनऊः लॉकडाउन के दौरान पहले से ही अनेक पीड़ा झेल चुके प्रवासी मजदूरों की बरेली से अमानवीय तस्वीर सामने आई। जहां मजदूरों को बस स्टैंड के पास सड़क पर बैठा कर उनके ऊपर कैमिकल की बारिश की गई। इस दौरान कुछ लोगों और बच्चों की आंखों में जलन होने लगी। इस मामले को लेकर योगी सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है। इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर जोरदार निशाना साधा।
अखिलेश ने ट्वीट कर लिखा कि 'यात्रियों पर सेनिटाइज़ेशन के लिए किए गए केमिकल छिड़काव से उठे कुछ सवाल, क्या इसके लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के निर्देश हैं? केमिकल से हो रही जलन का क्या इलाज है? भीगे लोगों के कपड़े बदलने की क्या व्यवस्था है? साथ में भीगे खाने के सामान की क्या वैकल्पिक व्यवस्था है।'
वहीं इससे पहले बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्ववीट कर निंदा की। उन्होंने लिखा कि देश में जारी जबर्दस्त लॉकडाउन के दौरान जनउपेक्षा एवं जुल्म-ज्यादती की अनेकों तस्वीरें मीडिया में आम हैं, परन्तु प्रवासी मजदूरों पर यूपी के बरेली में कीटनााशक दवा का छिड़काव करके उन्हें दण्डित करना क्रूरता व अमानीवयता है जिसकी जितनी भी निन्दा की जाए कम है। सरकार तुरन्त ध्यान दे।''
इसी कड़ी में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि ‘‘यूपी सरकार से गुजारिश है कि हम सब मिलकर इस आपदा के खिलाफ लड़ रहे हैं लेकिन कृपा करके ऐसे अमानवीय काम मत करिए। मजदूरों ने पहले से ही बहुत दुख झेल लिए हैं। उनको केमिकल डाल कर इस तरह नहलाइए मत। इससे उनका बचाव नहीं होगा बल्कि उनकी सेहत के लिए और खतरे पैदा हो जाएंगे।’’