Edited By Anil Kapoor,Updated: 29 May, 2025 11:22 AM

Lucknow News: देश में हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं, और ये अब हर उम्र और हालात में लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। कभी किसी की शादी में नाचते हुए, तो कभी ऑफिस में काम करते समय अब हार्ट अटैक कहीं भी और कभी भी हो सकता है। ऐसा ही एक...
Lucknow News: देश में हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं, और ये अब हर उम्र और हालात में लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। कभी किसी की शादी में नाचते हुए, तो कभी ऑफिस में काम करते समय अब हार्ट अटैक कहीं भी और कभी भी हो सकता है। ऐसा ही एक ताजा मामला लखनऊ से सामने आया है, जहां एक सरकारी अधिकारी की मीटिंग के दौरान हार्ट अटैक से मौत हो गई।
मीटिंग के बीच अचानक बिगड़ी तबीयत
घटना बुधवार की है। 48 वर्षीय पंकज कुमार, जो सचिवालय के संस्थागत वित्त अनुभाग-35 में अनुभाग अधिकारी के पद पर कार्यरत थे, एक मीटिंग में भाग ले रहे थे। यह बैठक एपीसी दीपक कुमार की अध्यक्षता में चल रही थी। मीटिंग के दौरान अचानक पंकज कुमार को खांसी आने लगी, उन्हें तेज पसीना आने लगा और कुछ ही मिनटों में वो बेहोश होकर गिर पड़े।आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत उन्हें लखनऊ के हजरतगंज स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इलाज के दौरान ही उनकी मौत हो गई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जताया शोक
पंकज कुमार की इस आकस्मिक मौत पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा शोक जताया है और उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की हैं। पंकज कुमार 2013 बैच के अधिकारी थे और उन्हें सहयोगी अधिकारी के रूप में बेहद जिम्मेदार और शांत स्वभाव का माना जाता था।
भोपाल में भी सामने आया ऐसा ही मामला
इससे एक दिन पहले भोपाल में भी हार्ट अटैक का ऐसा ही दिल दहला देने वाला मामला सामने आया था। जहां एक 8 साल का बच्चा अचानक लाइट चली जाने की वजह से लिफ्ट में फंस गया। जैसे ही उसके पिता को इसकी जानकारी मिली, वे घबराकर जनरेटर रूम की ओर दौड़े, लेकिन रास्ते में ही सीने में दर्द के कारण गिर पड़े और उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
क्यों बढ़ रहे हैं हार्ट अटैक के मामले?
इन घटनाओं से साफ है कि अब हार्ट अटैक सिर्फ बुजुर्गों या बीमार लोगों तक सीमित नहीं रह गया है। तनाव, गलत खानपान,
शारीरिक गतिविधियों की कमी और अत्यधिक काम का दबाव ये सब कारण बन रहे हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, नियमित स्वास्थ्य जांच, तनाव प्रबंधन, व्यायाम और संतुलित भोजन ही इसका एकमात्र उपाय है।