Edited By Nitika,Updated: 20 Sep, 2019 02:26 PM
उत्तराखंड में लगातार डेंगू का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। इसके बावजूद भी सरकार के द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। आलम यह है कि अब आम लोगों के साथ-साथ दूसरों की रक्षा करने वाले पुलिसकर्मी भी डेंगू की चपेट में आने लगे हैं।
देहरादूनः उत्तराखंड में लगातार डेंगू का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। इसके बावजूद भी सरकार के द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। आलम यह है कि अब आम लोगों के साथ-साथ दूसरों की रक्षा करने वाले पुलिसकर्मी भी डेंगू की चपेट में आने लगे हैं।
जानकारी के अनुसार, पुलिस के लगभग डेढ़ 100 कर्मचारी डेंगू बुखार से जूझ रहे हैं। इसके साथ ही मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस मुख्यालय डीजीपी अनिल रतूड़ी ने अपने विभाग से डेंगू को लेकर सतर्क रहने की अपील की है। इतना ही नहीं विपक्ष ने भी सरकार पर हमलावर रुख अख्तियार किया है।
वहीं अब सरकार से लेकर राजभवन तक डेंगू के मामले पर सतर्क हैं। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने सचिव स्वास्थ्य नितेश झा और महानिदेशक (डीजी) स्वास्थ्य डॉ. आर के पाण्डेय से डेंगू की स्थिति और उस पर हुई कार्रवाई की जानकारी ली। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि डेंगू पीड़ितों का पूरा ध्यान रखा जाय और उनके उपचार में कोई लापरवाही नहीं बरती जाए।
बता दें कि वर्तमान में 1 जनवरी से देहरादून में 2098, हरिद्वार में 104, नैनीताल में 958, पौड़ी में 12, टिहरी में 15, ऊधमसिंह नगर में 72, अल्मोड़ा में 8, चंपावत तथा रुद्रप्रयाग में 1-1 डेंगू के मामले दर्ज हुए हैं। इसके अतिरिक्त राज्य में डेंगू से अभी तक कुल 5 लोगों की मृत्यु हुई है।