Edited By Mamta Yadav,Updated: 09 May, 2024 12:53 AM
कहते हैं कि पति-पत्नी का रिश्ता सिर्फ एक जन्म के लिए नहीं बल्कि आने वाले सात जन्मों के लिए बांधा जाता है। अग्नि के चारों तरफ लिए गए सात फेरे आने वाले सात जन्मों तक एक दूसरे का साथ निभाते हुए एक दूसरे को हर दुख-दर्द से महफूज रखने की कसम खाते हुए लिए...
Meerut News, (आदिल रहमान): कहते हैं कि पति-पत्नी का रिश्ता सिर्फ एक जन्म के लिए नहीं बल्कि आने वाले सात जन्मों के लिए बांधा जाता है। अग्नि के चारों तरफ लिए गए सात फेरे आने वाले सात जन्मों तक एक दूसरे का साथ निभाते हुए एक दूसरे को हर दुख-दर्द से महफूज रखने की कसम खाते हुए लिए जाते हैं, तभी तो सावित्री अपने पति के प्राणों की खातिर यमराज से टकरा गई थी और यमराज से अपने पति के प्राणों को वापस ले आई थी। लेकिन जब वही पत्नी अपने पति को मौत के घाट उतार डाले तो फिर आप क्या कहेंगे। एक ऐसा ही सनसनीखेज़ मामला मेरठ से सामने आया है जहां एक पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने विकलांग पति को मौत के घाट उतार डाला वो भी उसकी नौकरी पाने की ख़ातिर।
पूछताछ में पुलिस को घुमाती रही पत्नी
दरअसल, बीती 23 अप्रैल को मेरठ के जानी थाना क्षेत्र के भोला झाल के पास एक व्यक्ति का शव मिला था जिसकी पहचान पशु चिकित्सालय के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नरेंद्र के रूप में हुई थी। पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में कर पोस्टमोर्टम के लिए भेज दिया था और मामले की छानबीन में जुट गई थी। पुलिस के लिए घटना का खुलासा सूखी घास में सूई ढूंढने जैसा था। पुलिस ने मृतक की पत्नी से पूछताछ की तो शुरुआत में मृतक की पत्नी पुलिस को घुमाती रही लेकिन जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो सारा मामला आईने की तरह साफ हो गया। घटना के खुलासे के बाद पुलिस अधिकारियों के पैरों तले जमीन खिसक गई। पुलिस पूछताछ में घटना का खुलासा हुआ और पुलिस अधिकारियों ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि नरेंद्र का कत्ल उसकी पत्नी पूनम ने प्रेमी धीरज और उसके दो दोस्तों से कराया था ताकि मरने के बाद पूनम को अपने पति की नौकरी मिल सके और वो अपने प्रेमी से शादी कर ज़िंदगी गुज़ारे।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पानी में डूबने से मौत का खुलासा
गौरतलब है कि सूरजकुंड स्थित पशु चिकित्सालय में दृष्टिहीन चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नरेंद्र कुमार परिवार के साथ रहते थे। नरेंद्र के परिवार में पत्नी पूनम के अलावा दो बच्चे हैं। बीती 22 अप्रैल को नरेंद्र संदिग्ध हालात में लापता हो गए। अगले दिन नरेंद्र की पत्नी ने पति की गुमशुदगी दर्ज कराने सिविल लाइन थाने पहुंची और कुछ देर बाद नरेंद्र की मौत की सूचना आ गयी। नरेंद्र का शव थाना जानी क्षेत्र के भोला झाल के पास मिला था और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पानी में डूबने से मौत होना पाया गया। नरेंद्र के परिवार ने हत्या का शक जताते हुए तहरीर दी और थाना जानी पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। पहले ही दिन से नरेंद्र की पत्नी पूनम पुलिस के शक के दायरे में थी। पुलिस ने उसके मोबाइल की कॉल डिटेल्स निकाली। साथ ही 150 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे खंगाल डाले और हत्या के मजबूत साक्ष्य मिलने पर पुलिस ने पूनम को गिरफ्तार कर लिया।
80 हजार रुपये में नरेंद्र की हत्या की दी थी सुपारी
मृतक नरेंद्र की पत्नी पूनम मूलरूप से टीपीनगर थानाक्षेत्र के नई बस्ती की रहने वाली है और वहीं के रहने वाले धीरज से पूनम बीते पांच वर्ष से संपर्क में थी और मृतक नरेंद्र को उनके रिश्ते पर शक था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पूनम और धीरज ने चांद और अमनदीप नामक दो युवकों को 80 हजार रुपये में नरेंद्र की हत्या की सुपारी दी जिसके लिए 20 हजार एडवांस भी दिए। हत्या से एक दिन पहले नरेंद्र ने पूनम को बताया कि वो कल पेपला में रहने वाली बहन के घर जाएगा। ये बात पूनम ने धीरज को बता दी और वो ई-रिक्शा से नरेंद्र को लेकर भोला झाल पहुंचा और वहां धीरज ने अपने साथियों के साथ मिलकर नरेंद्र की पानी मे डुबाकर हत्या कर दी। शव को बाहर निकाल दिया ताकि लगे सुसाइड किया है। वहीं पुलिस ने मृतक नरेंद्र की पत्नी पूनम, उसके प्रेमी धीरज के साथ 4 लोगो को गिरफ्तार किया है जिन्होंने नरेंद्र को मौत के घाट उतारा था। साथ ही पुलिस अधिकारियों का कहना है कि गिरफ्तार किए गए चारों हत्यारोपियों को जेल भेजा जा रहा है।