Edited By Mamta Yadav,Updated: 16 Jun, 2025 11:42 PM

जरिया थाना क्षेत्र में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के पास मिली युवती की लाश ने पुलिस को उलझन में डाल दिया है। जिसे मृतका मानकर पिता ने पहचान की और अंतिम संस्कार किया, वही बेटी बाद में जिंदा मिल गई। अब असली मृतका की पहचान सबसे बड़ा सवाल बन गई है। अब सवाल...
Hamirpur News, (रवींद्र सिंह): जरिया थाना क्षेत्र में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के पास मिली युवती की लाश ने पुलिस को उलझन में डाल दिया है। जिसे मृतका मानकर पिता ने पहचान की और अंतिम संस्कार किया, वही बेटी बाद में जिंदा मिल गई। अब असली मृतका की पहचान सबसे बड़ा सवाल बन गई है। अब सवाल उठता है कि आखिर वह युवती कौन थी? जिसका शिवानी के रूप में अंतिम संस्कार किया जा चुका है।
नीली जींस, पीली टी-शर्ट और जेब में गुटखा की पुड़िया
बता दें कि 7 जून को एक्सप्रेसवे किनारे नाले में अज्ञात युवती का शव मिला था। नीली जींस, पीली टी-शर्ट और जेब में गुटखा की पुड़िया थी। मुस्कुरा के बिहुनी गांव निवासी मलखान प्रजापति ने शव को बेटी शिवानी (17) बताकर अंतिम संस्कार किया और गांव के युवक व उसके पिता पर हत्या का केस दर्ज कराया। जांच में शक गहराया और सोमवार को पुलिस ने शिवानी को गोहांड से जिंदा बरामद कर लिया। थाना प्रभारी मयंक चंदेल ने बताया कि शिनाख्त में चूक परिजनों की थी। पुलिस अब असली मृतका की पहचान में जुटी है। सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल और मेडिकल रिपोर्ट से मामले की गुत्थी सुलझाई जा रही है। तीन टीमें जांच में लगी हैं।
मैं जिंदा हूं और कर दिया अंतिम संस्कार
अपनी मां से मिलते ही किशोरी ने तल्ख लहजे में उलाहना दिया, मैं जिंदा हूं और आप लोगों ने मेरा अंतिम संस्कार भी कर दिया। एक मां अपनी बेटी को ही नहीं पहचान पाई। किसी दूसरी लड़की के शव को बेटी समझकर उसका पिंडदान कर दिया। पिता का कहना है कि जिस लड़की के शव का अंतिम संस्कार किया है उसकी कद काठी व चेहरा उसकी बेटी से काफी हद तक मिलता था।