Edited By Pooja Gill,Updated: 11 Aug, 2024 10:56 AM
Mayawati News: बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के आरक्षण का श्रेय बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की बजाय जवाहरलाल नेहरू और महात्मा गांधी को देने का आरोप लगाया...
Mayawati News: बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के आरक्षण का श्रेय बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की बजाय जवाहरलाल नेहरू और महात्मा गांधी को देने का आरोप लगाया है। दरअसल, खड़गे ने कहा था कि ''भारत में दलित समुदाय के लोगों के लिए आरक्षण बाबासाहेब के ‘पूना पैक्ट' के माध्यम से मिला था। बाद में पंडित जवाहरलाल नेहरू और महात्मा गांधी द्वारा आरक्षण नीति को जारी रखा गया।'' इस पर मायावती ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
आरक्षण का पूरा श्रेय बाबा साहेब को ही जाता हैः मायावती
बसपा प्रमुख मायावती ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ''कल बीएसपी की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के दिये बयान की जानकारी मिली, जिससे ST-ST के समक्ष कांग्रेस पार्टी के बयान में बाबा साहेब डा भीमराव अम्बेडकर को नहीं बल्कि पं नेहरू व गांधी जी को आरक्षण का श्रेय दिया गया है जिसमें रत्तीभर भी सच्चाई नहीं।'' इससे आगे मायावती ने लिखा, ''जबकि वास्तव में आरक्षण का पूरा श्रेय बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर को ही जाता है जिनको किस तरह से कांग्रेस के लोगों ने संविधान सभा में जाने से रोकने का षड्यंत्र रचा तथा उनको चुनाव में भी हराने का काम किया। कानून मंत्री पद से भी इस्तीफा देने को विवश किया।''
'कांग्रेस द्वारा क्रीमीलेयर के बारे में भी गोलमोल बातें की गई है'
एक अन्य पोस्ट में मायावती ने लिखा, ''कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने यह कहा कि देश में SC व ST वर्गों के उपवर्गीकरण के सम्बन्ध में पार्टी के स्टैण्ड का खुलासा करने के पहले इनकी पार्टी NGOs व वकीलों आदि से विचार-विमर्श करेगी, जिससे स्पष्ट है कि कांग्रेस उपवर्गीकरण (sub-classification) के पक्ष में है।'' मायावती ने आगे लिखा, ''कांग्रेस द्वारा क्रीमीलेयर के बारे में भी गोलमोल बातें की गई है। कांग्रेस के 99 सांसद होने के बाद भी सत्रावसान होने तक संसद में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को निष्प्रभावी बनाने के लिए कोई भी आवाज नहीं उठाई गई जबकि इस पार्टी ने संविधान व आरक्षण को बचाने के नाम पर ये सीटें जीती हैं।''