Edited By Deepika Rajput,Updated: 10 Oct, 2019 05:21 PM
उत्तर प्रदेश में सहारनपुर के देवबंद स्थित दारुल उलूम के वाइस चांसलर मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने कहा कि अफगानिस्तान में पिछले दिनों अमेरिकी हमले में मारे गए अलकायदा के आतंकी आसिम उमर का इस शिक्षण संस्थान से कोई संबंध नहीं है।
सहारनपुरः उत्तर प्रदेश में सहारनपुर के देवबंद स्थित दारुल उलूम के वाइस चांसलर मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने कहा कि अफगानिस्तान में पिछले दिनों अमेरिकी हमले में मारे गए अलकायदा के आतंकी आसिम उमर का इस शिक्षण संस्थान से कोई संबंध नहीं है।
नोमानी ने बताया कि दारुल उलूम के रिकार्ड में आसिम के दाखिला लेने का कोई भी प्रमाण नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि आसिम उमर का दारुल उलूम से कोई संबंध नहीं था। संभल निवासी अलकायदा के आतंकी मौलाना आसिम उमर के बड़े भाई रिजवान के मुताबिक आसिम तीन भाइयों में सबसे छोटा था। वह 1993 में दारुल उलूम में मजहबी पढ़ाई के लिए गया था। 1998 में वो लापता हो गया और बाद में पता चला कि वह पाकिस्तान चला गया है। उसके पिता इरफान ने दारुल उलूम में शिक्षा प्राप्त करने का विरोध भी किया था। आसिम के दारुल उलूम में मजहबी शिक्षा लेने के दावों के बीच पुलिस और खुफिया विभाग सतर्क होकर जांच में जुट गया है।
गौरतलब है कि आसिम उमर को पिछले माह अफगानिस्तान में 23 सितंबर को ढेर कर दिया गया। दिल्ली की पटियाला कोर्ट ने भी आसिम उमर को दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के एक मामले में भगोड़ा घोषित कर रखा था। वर्ष 2016 में अल कायदा इंडिया मॉड्यूल के कई आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद पटियाला कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई थी। आसिम उमर उत्तर प्रदेश के संभल के दीपा सराय इलाके का रहने वाला था। हालांकि, संभल पुलिस उसके यहां के बारे में अभी कोई पुष्टि नहीं कर रही है।