Edited By Imran,Updated: 09 Jun, 2025 02:16 PM

इंदौर की सोनम ही बेवफा है, दरअसल इस पूरी घटना की कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है। सोनम की शादी 11 मई को हुई थी और हनीमून मनाने के लिए पति के साथ शिलांग गई थी। 23 मई को पति की मौत हो गई।
यूपी डेस्क: इंदौर की सोनम ही बेवफा है, दरअसल इस पूरी घटना की कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है। सोनम की शादी 11 मई को हुई थी और हनीमून मनाने के लिए पति के साथ शिलांग गई थी। 23 मई को पति की मौत हो गई। अब 17 दिन बाद सोनम उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में जिंदा मिली तो कहानी सुनाने लगी कि मेरे जेवर लूटने की कोशिश की गई पति बचाने को कोशिश की तो उसकी हत्या कर दी गई, जिसके बाद मैं बेहोश गई थी।
आपको बता दें कि सोनम यह कहानी तब बताने लगी जब गाजीपुर जनपद के नंदगंज थाना क्षेत्र के नेशनल हाईवे पर स्थित काशी ढाबे के संचालक शाहिल यादव ने उसकी परेशान होने की वजह पूछी। दरअसल, ढाबे वाले का कहना है कि रात में एक बजे सोनम आई और घर बात करने के लिए उसने मांगा इसके बाद उसने नंबर डायल करते हुए कहा कि हेल्लो भैया... फिर रोने लगती है. जिसके बाद उसकी फैमिली से हम बात करते हैं। उनको यहां का एड्रेस बताते है फिर इतना ही बात होता है. इसके बाद जब हमने सोनम से फिर पूछा तो उसने बताया कि मई में उसकी शादी हुई थी। इसके कुछ दिन बाद वो अपने पति के साथ मेघालय घूमने गई. फिर वहां पर उसका अपहरण कर लिया गया। साथ ही उससे जेवर लूटने की भी कोशिश की गई।
भाड़े के हत्यारों से पति की हत्या करा दी
वहीं, इस मामले में पुलिस ने खुलासा किया है कि राजा की पत्नी सोनम का राज कुशवाह नामक शख्स से अफेयर था। ऐसे में सोनम ने राज के साथ मिलकर भाड़े के हत्यारों से पति की हत्या करा दी. इसके बाद कई दिनों तक खुद गायब रही और फिर यूपी के गाजीपुर में सरेंडर कर दिया। सरेंडर करने से पहले वह काशी ढाबा पर पहुंची थी और ढाबे वाले से फोन मांग कर घर कॉल दिया था। ऐसे में आइए जानते हैं कि उसने ढाबे पर पहुंचने के बाद क्या कहानी बताई थी।