Edited By Mamta Yadav,Updated: 23 Feb, 2025 02:55 PM
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बरेली, आल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी ने असम विधानसभा की कार्यवाही पर कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि 90 साल की जुमा पढ़ने की परम्परा को खत्म कर दिया, यह गलत है।
Bareilly News, (मो. जावेद खान): बरेली, आल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी ने असम विधानसभा की कार्यवाही पर कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि 90 साल की जुमा पढ़ने की परम्परा को खत्म कर दिया, यह गलत है।
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विधानसभा की कार्यवाही पर सख्त नाराज बरेलवी मौलाना
असम विधानसभा की कार्यवाही पर सख्त नाराजगी जताते हुए कहा कि असम की भाजपा सरकार ने एक बार फिर मुस्लिम मुखालफत का इज़हार करते हुए विधानसभा में मुस्लिम विधायकों के लिए जुमे के दिन नमाज़ अदा करने के लिए 2 घंटे के वक्फा (शुन्यकाल) के लिए 90 साल की परम्परा को खत्म कर दिया गया है। अगर चुने हुए विधायक ही अपने धार्मिक अधिकारों की अदायगी नहीं कर सकते हैं तो असम राज्य के आम मुसलमानों के बारे में क्या कहा जा सकता है, ये बात हर शख्स सोच सकता है।
मुसलमानों को सीएए के नाम पर डरा रहे असम मुख्यमंत्री
मौलाना ने कहा कि असम के मुख्यमंत्री हिमन्त बिश्व शर्मा हमेशा मुसलमानों के खिलाफ जहरीले बयान देते है, कभी वो NRC के नाम पर असम और बंगाल के मुसलमानों को डराते हैं, तो कभी CAA के नाम पर पूरे भारत के मुसलमानों को डराने की कोशिश करते हैं। मौलाना ने आगे कहा कि विधानसभा में जुमे के दिन 2 घंटे की छूट 1937 से चली आ रही है, ये छूट कोई नयी परम्परा नहीं है जो कि 90 सालों से चली आ रही है। मौलाना ने मांग की है कि विधानसभा में ही कोई जगह जुमा पढ़ने की मुकर्रर की जाए ताकि हफ्ते भर में एक बार पढ़ी जाने वाली नमाज़ से मुस्लिम विधायक वंचित न रह जाए।