Edited By Mamta Yadav,Updated: 23 Dec, 2024 12:18 AM
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने श्रीरामजन्मभूमि मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के प्रथम वर्षगांठ पर वार्षिक उत्सव भव्य रूप से मनाने के लिये तैयारियां शुरू कर दी हैं।
Ayodhya News: श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने श्रीरामजन्मभूमि मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के प्रथम वर्षगांठ पर वार्षिक उत्सव भव्य रूप से मनाने के लिये तैयारियां शुरू कर दी हैं। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चम्पत राय ने रविवोर को विश्व हिन्दू परिषद मुख्यालय कारसेवकपुरम् में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट श्रीरामजन्मभूमि मंदिर में रामलला के प्रतिष्ठा के प्रथम वर्षगांठ पर वार्षिक उत्सव भव्य रूप से मनाने के लिये तैयारियां जोर-शोर से शुरू कर दी हैं। उन्होंने बताया कि रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की प्रथम वर्षगांठ भारतीय काल गणना के अनुसार मनायी जायेगी। 11,12 व 13 जनवरी को कई अनुष्ठान व बहुरंगी कार्यक्रम होंगे। यह कार्यक्रम पांच स्थलों में आयोजित किया जायेगा। पहला स्थान यज्ञ मंडप है जिसमें जनता नहीं जा पाएगी, जिसको हम बुलाएंगे वही जा पाएगा।
अंगद टीले पर सारा समाज बिना किसी रोक टोक के आ सकता है
चंपत राय ने कहा कि दूसरा स्थान है राम जन्मभूमि मंदिर के अंदर के हिस्से का, मंदिर के परिसर नहीं सिर्फ मंदिर। जिसको बुलाया जाएगा वही जा पाएगा। तीसरा स्थान है यात्री सुविधा केंद्र और चौथा स्थान है अंगद टीले का प्रांगण, अंगद टीले पर सारा समाज बिना किसी रोक टोक के आ सकता है। अंगद टीले के प्रांगण में जाने के लिए श्रीराम अस्पताल के पहले एक नई सड़क बनाई गई है, वहीं पर अंगद टीला है और वहीं पर हमारे तीन चार प्रकार के कार्यक्रम होंगे। माध्यंजिनी शाखा, शुक्र यजुर्वेद के 40 अध्याय हैं, 1975 मंत्र हैं, प्रत्येक मंत्र के साथ अग्नि देवता को स्वाहा किया जाएगा। यह सुबह आठ बजे से 11 बजे तक होगा। फिर 3 घंटा दोपहर 2 से 5 बजे तक होगा, छह घंटे प्रतिदिन, यानि 18 घंटे में 2000 मंत्रों का उच्चारण और आहुतियां होंगी। 11 वैदिक आचार्य शुक्र यजुर्वेद से अग्निदेवता का होम प्रारंभ करेंगे
छह लाख राम के बीज मंत्र का पारायण
इसी काल में हनुमान चालीसा, राम रक्षा स्त्रोत, पुरुष सूक्त, श्री सूक्त, आदित्य हृदय स्तोत्र, विष्णु सहस्त्रनाम और भगवान राम का बीज मंत्र होगा। इक्कीस ब्राह्मण ये काम रोज छह घंटे करेंगे, तीन घंटे सुबह और तीन घंटे शाम और ये दो पीरियड में होगा। छह लाख राम के बीज मंत्र का पारायण, ये यज्ञ मंडप के परिसर का एक हिस्सा है। राम मंदिर में शाम तीन बजे से पांच बजे तक तीन दिन तक भगवान को राग सेवा पेश की जाएगी। बजाने वाले गायक रहेंगे और इसमें एक दिन, देश भर में ख्याति प्राप्त व्यक्ति आएगा। प्रांतीय स्तर की ख्याति प्राप्त व्यक्ति आएगा और एक स्थानीय जो भी गायक है, वादक है, वो अपना गायन भगवान को अर्पित करेंगे। एक स्थानीय एक प्रांतीय स्तर का एक अखिल भारतीय स्तर का भी रहेगा।
यात्री सुविधा केंद्र में है खास सुविधा
शाम छह बजे से नौ बजे तक भगवान की बधाई होगी और रामलला का बधाई दान होगा। परिसर के अंदर दर्शनार्थियों को बैठने की अनुमति है, जहां आप अपने मोबाइल जूते इत्यादि रख सकते हैं। इसे यात्री सुविधा केंद्र कहा गया है, इसका प्रथम तल है। करीब एक हजार कुर्सियाँ हैं, लोग हमेशा आकर बैठते हैं और आराम करते हैं। जिसमें पानी की सुविधा है और स्क्रीन भी लगी हुई है। शौचालय इत्यादि की भी सुविधा है। कोई भी आदमी आकर आराम कर सकता है चाहे कितनी भी देर बैठे।
अयोध्या के संतों को दिखाया जाएगा राम मंदिर का निर्माण कार्य
वहीं चंपत राय ने कहा किप्राण प्रतिष्ठा के मौके पर जिन संत महात्मा को आमंत्रित नहीं किया जा सका या जो किन्हीं कारणों से नहीं आ सके प्रतिष्ठा में उनको आमंत्रित करने के लिए सूची बनाई जा रही है।. समाज से जुड़े हुए 50 गृहस्थों को भी प्राण प्रतिष्ठा के वार्षिक महोत्सव में शामिल किए जाने का प्रयास किया जा रहा है। कोशिश की जा रही है की अयोध्या के संतों को रामलला के परिसर के निर्माण कार्य को एक दिन दिखाया जा सके।