Edited By Pooja Gill,Updated: 25 Jan, 2025 01:18 PM
महाकुंभनगर: विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक समागम प्रयागराज महाकुंभ में 73 देशों के राजनयिक पहली बार यहां संगम में स्नान करने आ रहे हैं, जिसमें युद्ध में उलझे रूस और यूक्रेन के राजदूत भी शामिल हैं...
महाकुंभनगर: विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक समागम प्रयागराज महाकुंभ में 73 देशों के राजनयिक पहली बार यहां संगम में स्नान करने आ रहे हैं, जिसमें युद्ध में उलझे रूस और यूक्रेन के राजदूत भी शामिल हैं। दरअसल, महाकुंभ मेला 13 जनवरी से शुरू हुआ। इसमें देश और दुनियाभर से लोग पहुंच रहे हैं और संगम में पवित्र डुबकी लगा रहे है।
महाकुंभ का महात्म्य देखने आ रहे हैं 73 देशों से राजनयिक
मेलाधिकारी विजय किरण आनंद ने यह पुष्टि की है कि एक फरवरी को 73 देशों से राजनयिक महाकुंभ का महात्म्य देखने आ रहे हैं। विदेश मंत्रालय ने प्रदेश के मुख्य सचिव को इसके लिए पत्र भी लिखा है। उन्होंने बताया कि इस पत्र में लिखा गया है कि दुनियाभर के राजनयिक महाकुंभ नगर में बड़े हनुमान जी और अक्षयवट के दर्शन भी करना चाहते हैं। जिन देशों के राजनयिक आ रहे हैं, उनमें जापान, अमेरिका, रूस, यूक्रेन, जर्मनी नीदरलैंड, कैमरून, कनाडा, स्विट्जरलैंड, स्वीडन, पोलैंड और बोलिविया शामिल हैं।
नाव के जरिए संगम पहुंचेंगे विदेशी राजनयिक
पत्र के मुताबिक, ये सभी विदेशी राजनयिक नाव के जरिए संगम पहुंचेंगे और पवित्र संगम में स्नान करेंगे। यहां से वे अक्षयवट और बड़े हनुमान मंदिर का दर्शन करने जाएंगे और इसके बाद डिजिटल महाकुम्भ अनुभव केंद्र में महाकुंभ से जुड़ी जानकारियां प्राप्त करेंगे। विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय के अधिकारी इस आयोजन को सुचारू बनाने की तैयारी में जुटे हैं। विदेशी राजनयिकों के लिए टूर गाइड की व्यवस्था भी की गई है।