Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 08 Dec, 2020 09:30 AM
नये कृषि कानून के विरोध में पिछले 12 दिनों से आंदोलनरत किसानों के आज प्रस्तावित ‘भारत बंद'' का समर्थन विपक्ष ने एक सुर में किया है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने
लखनऊ: नये कृषि कानून के विरोध में पिछले 12 दिनों से आंदोलनरत किसानों के आज प्रस्तावित ‘भारत बंद' का समर्थन विपक्ष ने एक सुर में किया है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दलों पर राजनीति करने और किसानो को भ्रमित करने का आरोप लगाते हुये प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों को शांति व्यवस्था के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं करने के निर्देश दिये हैं।
सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम
किसानों के प्रति सहानुभूति जताने की होड़ में मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी, कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी,राष्ट्रीय लोकदल(रालोद), प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा),राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और लोकदल समेत सभी दलों भारत बंद को सफल बनाने का आवाहन किया है। वहीं सरकार ने विपक्ष की मंशा को भांपते हुये सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किये है।
भोलेभाले किसानों को भ्रमित कर रहा विपक्ष
इस बाबत मुख्यमंत्री ने कहा कि भोलेभाले किसानों को विपक्ष भ्रमित करने का प्रयास कर रहा है। विपक्षी दल अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिये किसानो के कंधों पर बंदूक रखकर सरकार पर निशाना साध रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि बंद का असर आमजन पर नहीं पड़ना चाहिये। प्रदेश में शान्ति व्यवस्था बनाए रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। आज के प्रस्तावित भारत बन्द से किसान दिग्भ्रमित न हों।
उधर सपा ने सोमवार को सड़क पर उतर कर जोरदार उपस्थिति दर्ज करायी। पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने किसानों की मांग के समर्थन में सोमवार से राज्य व्यापी किसान मार्च का आवाहन किया था वहीं सरकार ने कोरोना का हवाला देते हुये मार्च को मंजूरी नहीं दी। लिहाजा सपा अध्यक्ष समेत समूचे राज्य में पार्टी के कद्दावर नेताओं को उनके घरों से बाहर नहीं निकलने दिया गया। दिन भर सड़कों पर सपा कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन करते रहे। यादव भी घर से बाहर आकर बंदरियाबाग चौराहे पर धरने पर बैठ गये जिसके बाद उन्हे हिरासत में ले लिया गया जबकि शाम को उनके खिलाफ महामारी एक्ट के तहत मुकदमा भी दर्ज करा दिया गया। कानपुर,बस्ती,झांसी,जालौन,प्रयागराज,वाराणसी,सहारनपुर,आगरा और मेरठ समेत समूचे राज्य में सपा कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन कर अखिलेश यादव को हिरासत में लिये जाने का विरोध जताया और किसानों का साथ देने का संकल्प लिया।