Edited By Imran,Updated: 21 Dec, 2023 02:14 PM
उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अपमान के बाद पूरे देश में यह मुद्दा गरमाया हुआ है। भाजपा के सभी बड़े नेता एक के बाद एक इस घटना की कड़ी निंदा कर रहे हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश में उप राष्ट्रपति का अपमान करना विपक्ष को भारी पड़ रहा है। जाट समुदाय की ओर से इस...
UP Politics: उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अपमान के बाद पूरे देश में यह मुद्दा गरमाया हुआ है। भाजपा के सभी बड़े नेता एक के बाद एक इस घटना की कड़ी निंदा कर रहे हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश में उप राष्ट्रपति का अपमान करना विपक्ष को भारी पड़ रहा है। जाट समुदाय की ओर से इस घटना को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराया जा रहा है।
वहीं, भाजपा इस मामले को लेकर ओबीसी के अपमान के मुद्दे को उठाया जा रहा है। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे खुद के दलित होने की बात करते हुए न बोलने देने की बात करने लगे हैं। संसद के सुरक्षा में चूक का मसला अब जातीय लड़ाई तक पहुंच गया है। ऐसे में विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. के सहयोगियों को यूपी में परेशानी झेलनी पड़ सकती है। अखिलेश यादव का PDA (पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक) फ्रंट और जयंत चौधरी की जाट- मुस्लिम एकता की कवायद पर चोट पहुंचती दिख रही है।
जाट संगठनों की ओर से विरोध
उप राष्ट्रपति के अपमान का मामला देखते ही देखते जातीय अपमान पर पहुंच गया। जाट संगठनों ने इस मामले में उप राष्ट्रपति का समर्थन किया। इसे समाज के अपमान के रूप में पेश किया गया। विपक्षी दलों के खिलाफ प्रदर्शन शुरू हो गया है। सबसे अधिक असर पश्चिमी यूपी में देखने को मिल रहा है। यूपी की आबादी में जाट जनसंख्या करीब दो फीसदी है। लेकिन, पश्चिमी यूपी में यह आबादी बड़े क्षेत्र में अपना प्रभाव रखती है। इस वर्ग से कई अन्य जातियां जुड़ती हैं, जो जाट वोट बैंक के साथ- साथ आगे बढ़ती हैं। पश्चिमी यूपी की 22 लोकसभा सीटों पर जाट जनसंख्या जीत- हार का अंतर तय करती है। इन सीटों पर किसान आंदोलन के बाद से राष्ट्रीय लोक दल का प्रभाव बढ़ा था। लेकिन, उप राष्ट्रपति के अपमान का मामला गरमा गया है। जाट वोट बैंक सीधे तौर पर बिरादरी के आत्मसम्मान को मुद्दा बनाने की तैयारी में है।
भाजपा के निशाने पर जाट वोट बैंक
- आपको बता दें कि भाजपा यूपी में 'मिशन 80' को सफल बनाने के लिए विपक्ष के द्वारा की गई हर गलती को अपना हथियार बनाने की कोशिश कर रही है।
- जाट वोट बैंक को साधने के लिए पहले मुरादाबाद में चौधरी चरण सिंह की जयंती कार्यक्रम को भव्य तरीके से मनाने का निर्णय लिया है।
- मुरादाबाद के बिलारी कस्बे में अखिल उत्तर प्रदेश जाट महासभा की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की 51 फीट ऊंची प्रतिमा का निर्माण किया गया है। 23 दिसंबर को पूर्व पीएम की जयंती के मौके पर इसका अनावरण होगा।
- इस कार्यक्रम में उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और सीएम योगी आदित्यनाथ मुख्य रूप से मौजूद होंगे। इससे पहले जाट आत्मसम्मान का मुद्दा गरमाने लगा है।
उप राष्ट्रपति का अपमान, जयंत का नुकसान
उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अपमान से सबसे ज्यादा नुकसान रालोद पार्टी के अध्यक्ष जयंत चौधरी को हो सकता है। क्योंकि मुजफ्फरनगर के 2013 के दंगों के बाद से जाट वोट बैंक अलग हो गया। जाट- मुस्लिम गठजोड़ हमेशा राष्ट्रीय लोक दल को फायदे में रखता था। किसान आंदोलन के बाद से जाट वोक बैंक का एक वर्ग रालोद के साथ जाता दिखा। लेकिन, अब जगदीप धनखड़ के अपमान का मुद्दा अब जोर पकड़ रहा है। जयंत भी विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. का हिस्सा हैं। ऐसे में वे भी इस मामले में कोई भी बयान नहीं दे रहे हैं।
मायावती ने मामले से बनाई दूरी
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया) से दूरी बनाने वाले दलों के बारे में अनावश्यक टीका—टिप्पणी नहीं करने की सलाह देते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि भविष्य में कब, किसको, किसकी जरूरत पड़ जाए, यह कहा नहीं जा सकता। मायावती ने यहां एक बयान में किसी का नाम लिये बगैर कहा, ''विपक्ष के गठबंधन में बसपा सहित अन्य जो भी पार्टियां शामिल नहीं हैं उनके बारे में किसी का भी फिजूल की टीका—टिप्पणी करना उचित नहीं है।