Edited By Anil Kapoor,Updated: 28 Jul, 2024 11:58 AM

Gonda News: गोंडा जिले के कर्नलगंज थाना क्षेत्र में फूलों के एक बड़े कारोबारी के कथित अपहरण और उससे कथित फिरौती मांगे जाने के बाद पुलिस ने दावा किया कि व्यापारी ने खुद ही अपने अपहरण की साजिश रची थी और उसे हरिद्वार की हर की पैडी से धर दबोचा गया।...
Gonda News: गोंडा जिले के कर्नलगंज थाना क्षेत्र में फूलों के एक बड़े कारोबारी के कथित अपहरण और उससे कथित फिरौती मांगे जाने के बाद पुलिस ने दावा किया कि व्यापारी ने खुद ही अपने अपहरण की साजिश रची थी और उसे हरिद्वार की हर की पैडी से धर दबोचा गया। गोंडा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) विनीत जायसवाल ने बताया कि कर्नलगंज थानाक्षेत्र में बसेहिया (धौरहरा) गांव का फूलव्यापारी अर्जुन कुमार (35) व्यापार में काफी घाटा हो जाने के कारण कर्जदार हो गया, ऐसे में लोगों के तगादे (पैसे मांगने) से तंग आकर उसने खुद के अपहरण की योजना बनाई और बुधवार देर शाम कर्नलगंज बाजार आने के बाद घर नहीं लौटा।जायसवाल ने बताया कि बाद में उसके पिता तथा भाई को फोन किया गया और फिरौती की मांग की गई।
पुलिस ने हरिद्वार से धर दबोचा कारोबारी
मिली जानकारी के मुताबिक, एसपी ने बताया कि पुलिस ने उसके उसके पिता चंद्रिका प्रसाद की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज करके अर्जुन कुमार की तलाश के लिए तीन टीम गठित की एवं अंततः शुक्रवार रात एक टीम ने उसे हरिद्वार में हर की पैड़ी से धर दबोचा। उनके अनुसार, पूछताछ के दौरान अर्जुन कुमार ने बताया कि उसने 31 लाख 20 हजार रुपये लोगों से उधार ले रखे थे और उसने घर वालों को यह नहीं बताया । पुलिस का कहना है कि फूलों की खेती में नुकसान हो जाने के कारण अर्जुन कुमार उधार का पैसा वापस नहीं कर पा रहा था, परिणाम स्वरूप वह काफी तनाव में था, इसलिए अपना कर्ज उतारने के लिए घर वालों को गुमराह करके फिरौती के नाम पर पैसा वसूलने के लिए उसने अपहरण की साजिश रही।
कारोबारी ने खुद ही रची थी अपहरण की साजिश
एसपी ने बताया कि 24 जुलाई को वह बस से लखनऊ आया और आवाज बदलकर अपने मोबाइल से घर वालों को फोन किया तथा खुद को अपहर्ता बताकर पैसे की मांग की। इसके बाद मोबाइल बंद करके रात ढाई बजे लखनऊ से ट्रेन पकड़कर लक्सर गया और फिर हरिद्वार पहुंच गया। अर्जुन कुमार ने पुलिस को बताया कि उसे लगा था कि घर वाले कुछ व्यवस्था करके पैसा दे देंगे, जिससे वह अपना कर्जा उतार देगा, पर वह पकड़ा गया। इस साजिश का सफल अनावरण करने वाली पुलिस टीम को एसपी ने 10 हजार रुपये नकद पुरस्कार प्रदान किया। अर्जुन के खिलाफ कार्रवाई के लिए विधिक राय ली जा रही है।