Edited By Ramkesh,Updated: 06 Nov, 2024 05:23 PM
जिले में पत्रकारों को निर्वस्त्र कर उनके साथ मारपीट करने के मामले में पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी से निष्कासित नगर पंचायत अध्यक्ष पवन अनुरागी को गिरफ्तार कर लिया है। मामले के बाद से आरोपी फरार चल रहा था जिसकी गिरफ्तारी की मांग सैकड़ों पत्रकार कर रहे...
हमीरपुर: जिले में पत्रकारों को निर्वस्त्र कर उनके साथ मारपीट करने के मामले में पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी से निष्कासित नगर पंचायत अध्यक्ष पवन अनुरागी को गिरफ्तार कर लिया है। मामले के बाद से आरोपी फरार चल रहा था जिसकी गिरफ्तारी की मांग सैकड़ों पत्रकार कर रहे थे। दरअसल, जरिया थाना क्षेत्र के सरीला कस्बे में बीती 27 अक्टूबर को दो पत्रकारों के साथ नगर पंचायत अध्यक्ष व उनके गुर्गों पर नग्न कर बेरहमी से पिटाई का आरोप लगा था जिसका वीडियो भी तेजी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
हालांकि मारपीट के मामले में बीजेपी ने भाजपा नगर पंचायत अध्यक्ष पवन अनुरागी को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। गोविंद नारायण शुक्ला प्रदेश महामंत्री व मुख्यालय प्रभारी लखनऊ ने प्रेस नोट जारी कर इसकी जानकारी दी है। पार्टी बाहर किए जाने के बाद भाजपा जिला अध्यक्ष समेत कई स्थानी नेता पीड़ित पत्रकार के घर पहुंचे। उन्होंने पीड़ित पत्रकार के परिजनों को विश्वास दिलाया कि हमारी सरकार दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी।
आपा को बता दें कि हमीरपुर में सरीला नगर पंचायत अध्यक्ष पवन अनुरागी पर आरोप है कि उन्होंने दो स्थानीय पत्रकारों अमित द्विवेदी और शैलेन्द्र मिश्रा को अपने घर बुलाकर बंदी बना लिया, उन्हें निर्वस्त्र कर पिटवाया और बंदूक के बल पर पेशाब पिलाया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इस घटना को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला भी किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के शासन में पत्रकारों पर अत्याचार हो रहा है। भाजपा राज में मीडिया के 'मनोबल के एनकाउंटर' का हर हथकंडा अपनाया जा रहा है। यादव ने सात सेकंड का एक वीडियो भी पोस्ट किया जिसमें कुछ लोग एक व्यक्ति को निर्वस्त्र करके उसकी पिटाई करते नजर आ रहे हैं। यह घटना हमीरपुर की है।
सपा अध्यक्ष ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर कहा, ''एक पत्रकार की हत्या, पत्रकारों पर दबाव बनाना, पत्रकारों का महीना बांधना, पत्रकारों पर प्राथमिकी कराना, पत्रकारों को निर्वस्त्र करके मारना, पत्रकारों को अवांछित पेयपान कराना। भाजपा राज में मीडिया के ‘मनोबल के एनकाउंटर' का हर हथकंडा अपनाया जा रहा है।