UP Politics: 'डिंपल यादव ने सहानुभूति के सहारे जीता था उपचुनाव, लेकिन...', मैनपुरी से बीजेपी कैंडिडेट जयवीर सिंह ने सपा पर साधा निशाना

Edited By Mamta Yadav,Updated: 11 Apr, 2024 01:00 AM

dimple yadav had won the by election on the basis of sympathy but

समाजवादी पार्टी (सपा) का गढ़ कही जाने वाली मैनपुरी संसदीय सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह को उम्मीदवार घोषित किया है जिनका मुकाबला सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी और मौजूदा सांसद डिंपल...

Lucknow News: समाजवादी पार्टी (सपा) का गढ़ कही जाने वाली मैनपुरी संसदीय सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह को उम्मीदवार घोषित किया है जिनका मुकाबला सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी और मौजूदा सांसद डिंपल यादव से होगा। दोनों ने इस सीट पर अपनी-अपनी जीत के दावे किये हैं।
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सिंह ने बुधवार को कहा कि ''उन्होंने (डिंपल ने) उप चुनाव में सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के प्रति सहानुभूति लहर के चलते जीत हासिल की थी, लेकिन, अब समय बीत चुका है और लोग क्षेत्र में विकास कार्य का हिसाब मांग रहे हैं, जिसका मौजूदा सांसद के पास कोई जवाब नहीं है।'' प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी की केंद्र और योगी आदित्यनाथ की राज्‍य सरकार की नीतियों और उत्तर प्रदेश में “कानून-राज” का हवाला देते हुए सिंह ने दावा किया कि राज्य की जनता ने जिस तरह 2022 के विधानसभा में जनादेश देकर दूसरी बार योगी जी को मुख्यमंत्री बनाया, उसी तरह के तीसरी बार मोदी जी को प्रधानमंत्री बनाएगी। सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीट भाजपा और सहयोगी दल जीतेंगे और उसमें मैनपुरी भी शामिल है।
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बता दें कि मैनपुरी सीट पर तीसरे चरण में सात मई को मतदान होगा। साल 2022 के विधानसभा चुनाव में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में भाजपा गठबंधन की दूसरी बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनी थी। पर्यटन मंत्री ने कहा कि उन्हें केंद्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राज्य में योगी आदित्यनाथ की जनकल्याणकारी नीतियों के आधार पर चुनाव जीतने का "100 प्रतिशत" विश्वास है। सिंह ने यह दावा भी किया कि मैनपुरी विधानसभा सीट को भी सपा का गढ़ कहा जाता था, जिसे जीतकर उन्होंने उनका (सपा) गढ़ तोड़ दिया और अब लोकसभा में भी हम सपा के गढ़ को तोड़ देंगे। सिंह के दावे पर हालांकि डिंपल यादव ने कहा कि ''यहां (मैनपुरी) से कोई भी आए, इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा और सपा भारी अंतर से चुनाव जीतेगी।''

सिंह ने कहा, "उन्होंने (डिंपल यादव) मुलायम सिंह यादव के निधन पर सहानुभूति लहर पर सवार होकर उपचुनाव जीता था। लेकिन, अब समय बीत चुका है और लोग क्षेत्र में विकास कार्य मांग रहे हैं, जिसका मौजूदा सांसद के पास कोई जवाब नहीं है।" सिंह 2017 में भाजपा में शामिल होने से पहले 2012-17 तक कांग्रेस और सपा में रहे थे। सिंह की उम्मीदवारी पर डिंपल यादव ने कहा, 'किसी को तो भाजपा को मैदान में उतारना ही था।' डिंपल ने वीडियो' सेवा से कहा, ''यहां से कोई भी आए, इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। समाजवादी पार्टी भारी अंतर से मैनपुरी सीट जीतने के लिए तैयार है।'' जब उनसे पूछा गया कि क्या वह मानती हैं कि उनकी पार्टी के लिए कोई राजनीतिक चुनौती है, तो डिंपल ने कहा, "हमें लोगों का भारी समर्थन, प्यार और आशीर्वाद मिल रहा है और इस बार के नतीजे पिछली बार से कहीं बेहतर होंगे।"

गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार डिंपल ने 2022 में उत्तर प्रदेश में मैनपुरी संसदीय उपचुनाव जीता था और अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी व भाजपा उम्मीदवार रघुराज सिंह शाक्य को 2,88,461 वोटों से हराया था। सपा का गढ़ मानी जाने वाली यह सीट पार्टी संस्थापक और डिंपल यादव के ससुर मुलायम सिंह यादव के पास थी और 10 अक्टूबर, 2022 को उनकी मृत्यु के बाद खाली हो गई। 2019 में, मुलायम सिंह यादव ने भाजपा उम्मीदवार प्रेम सिंह शाक्य को 94,389 वोटों हराया था।

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