Edited By Purnima Singh,Updated: 20 Jun, 2025 01:56 PM

उत्तर प्रदेश पुलिस में 60 हजार से अधिक सिपाहियों की एंट्री हो चुकी है। इन 60 हजार भर्तियों से पुलिस फोर्स को नई ताकत मिली है। लेकिन इन नए सिपाहियों द्वारा इंस्टाग्राम और दूसरे प्लेटफॉर्म्स पर बनाई गई रील्स सोशल मीडिया पर ट्रेंड बन चुका है.....
लखनऊ : उत्तर प्रदेश पुलिस में 60 हजार से अधिक सिपाहियों की एंट्री हो चुकी है। इन 60 हजार भर्तियों से पुलिस फोर्स को नई ताकत मिली है। लेकिन इन नए सिपाहियों द्वारा इंस्टाग्राम और दूसरे प्लेटफॉर्म्स पर बनाई गई रील्स सोशल मीडिया पर ट्रेंड बन चुका है। वायरल वीडियोज में वह वर्दी में फिल्मी अंदाज में नजर आ रहे हैं। इस रीलबाजी ने पुलिस के सीनियर अफसरों की चिंता बढ़ा दी है। जानकार इसे पुलिस की इमेज के लिए ठीक नहीं मान रहे। आइए आपको बताते हैं पूरा मामला.....
वायरल रील्स में सिंघम और सूर्या बनने की होड़
नए सिपाहियों द्वारा सोशल मीडिया पर डाली गई रील्स में ज्यादातर पुलिसवाले फिल्मी गानों पर लिप्सिंग करते, डायलॉग्स बोलते या ट्रेनिंग के दौरान ड्रिल्स को ड्रामेटिक अंदाज में पेश करते नजर आ रहे हैं। वहीं कई सिपाहियों ने अपने यूजरनेम में कॉप या यूपी पुलिस जोड़ लिया है। इन सिपाहियों ने अपनी प्रोफाइल को सिंघम या सूर्या जैसे किरदारों से प्रेरित बायो से सजा लिया है।
आम लोग भी जता रहे चिंता
यूपी पुलिस के इन नए सिपाहियों के इस कारनामे को लेकर आम लोग भी चिंता जता रहे हैं। सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए वो अपना विचार प्रकट कर रहे हैं। एक एक्स यूजर @imshvetank ने लिखा,'यूपी में 60 हजार से ज्यादा सिपाहियों की भर्ती हुई है। अब पूरा इंस्टाग्राम भरा पड़ा है। ज्यादातर लोगों ने अपने यूजरनेम में कॉप लगा लिया है। खुद को सिंघम समझ रहे हैं, जैसे रोहिट शेट्टी की फिल्म हो।' वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा,'यार ये यूपी पुलिस के नए बैच वाले रीलबाज कैंडिडेट ने तो इंस्टा टेकओवर कर लिया है... एक बाजा और पूरे गांव के साथ रोते हुए ट्रेनिंग पर जा रहा।'
पुलिसिंग को होगा नुकसान
यूपी पुलिस के इन नए सिपाहियों के इस रवैये को लेकर पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह का कहना है कि अगर यही ट्रेंड रहा तो आने वाले दिनों में पूरी पुलिसिंग को बड़ा नुकसान होगा। जिम्मेदार अफसरों को चाहिए कि न सिर्फ नए आने वाले रंगरूटों को इसके नुकसान के बारे में बताएं, बल्कि जो लोग फोर्स में रह कर इस तरह की रीलबाजी कर रहे हैं, उन पर भी अंकुश लगाएं।
ट्रेनिंग के दौरान बताएंगे डू एंड डोंट्स
वहीं सीनियर पुलिस अफसरों का कहना है कि इसके लिए अलग से विस्तृत सोशल मीडिया गाइडलाइन महकमे के लिए है। इन पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण के दौरान उस गाइडलाइन के बारे में भी बताया जाएगा।
ADG लॉ एंड ऑर्डर, अमिताभ यश ने जारी किया निर्देश
ADG लॉ एंड ऑर्डर, अमिताभ यश ने सोशल मीडिया पॉलिसी को लेकर नए आरक्षियों/रंगरुटों को आगाह करते हुए निर्देश दिया है। उनके द्वारा दिए गए निर्देश में कहा गया है कि समस्त पुलिस आयुक्त, उ०प्र०, समस्त वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक /पुलिस अधीक्षक, उ०प्र० को निदेशानुसार अवगत कराना है कि नवनियुक्त 60,244 आरक्षियों का आगमन अपने-अपने प्रशिक्षण केन्द्रों पर हो रहा है, जिसके उपरांत उनका प्रशिक्षण प्रारम्भ होगा। उपरोक्त प्रशिक्षण में पुलिसिंग के परंपरागत मूल्यों के साथ-साथ आधुनिक तकनीकी ज्ञान, संवाद कौशल नागरिकों के साथ संवेदनशील व्यवहार इत्यादि तमाम अन्य विषयों पर प्रशिक्षण दिया जायेगा। आप अवगत होंगे कि सोशल मीडिया संवाद का एक सशक्त माध्यम है और अधिकांश पुलिसकर्मी भी अपने विचारों की अभिव्यक्ति सोशल मीडिया पर करते रहते हैं।
अतः यह आवश्यक है कि नवनियुक्त आरक्षियों के द्वारा सोशल मीडिया का प्रयोग करते समय विभागीय नीति नियमों एवं अनुशासन का उल्लंघन न किया जाये। इस सम्बन्ध में पुलिस महानिदेशक, उ०प्र० महोदय द्वारा परिपत्र संख्याः 05/2023 दिनांकः 08.02.2023 को एक विस्तृत परिपत्र निर्गत किया गया है। पुलिस महानिदेशक, उ०प्र० महोदय द्वारा यह निर्देशित किया गया है कि नवनियुक्त आरक्षियों को प्रशिक्षण केंद्रों में उपरोक्त सोशल मीडिया पॉलिसी के बारे में अवगत कराते हुए इसके प्रावधानों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाये। जिससे सरकार एवं विभाग के लिए उत्पन्न होने वाली किसी भी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके।