Edited By Anil Kapoor,Updated: 29 May, 2019 01:31 PM
उत्तर प्रदेश सरकार ने बाराबंकी में जहरीली शराब से मरने वाले लोगों के आश्रितों को 2 लाख रूपए मुआवजे का एलान किया है। जिले के रामनगर क्षेत्र में सोमवार रात एक सरकारी ठेके से शराब खरीद कर पीने वालों में से कम से कम 17 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि....
बाराबंकी/लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने बाराबंकी में जहरीली शराब से मरने वाले लोगों के आश्रितों को 2 लाख रूपए मुआवजे का एलान किया है। जिले के रामनगर क्षेत्र में सोमवार रात एक सरकारी ठेके से शराब खरीद कर पीने वालों में से कम से कम 17 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 40 से अधिक अस्पताल में भर्ती है। घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं। लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद हुई इस घटना के पीछे जांच एजेंसियां राजनीतिक साजिश के पहलुओं की भी पड़ताल करेंगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में शराब पीड़ितों के लिए मुआवजे की घोषणा करने के साथ घटना की जांच के लिए 3 सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है। जांच कमेटी में अयोध्या के मंडलायुक्त, आबकारी आयुक्त और पुलिस महानिरीक्षक अयोध्या शामिल है जो मामले की जांच के बाद अपनी रिपोटर् दो दिनों के भीतर सौपेंगे। मरने वालों एक परिवार के चार सदस्य शामिल हैं।
राज्य सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने पत्रकारों को बताया कि जांच में दोषी पाए गए लोगों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उन्होने कहा कि जांच दल इस बात की भी तहकीकात करेगा कि लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद हुई इस घटना के पीछे कोई राजनीतिक साजिश तो नहीं है। इससे पहले हापुड़ और आजमगढ़ में हुई जहरीली शराब की घटनाओं में राजनीतिक साजिश की बात सामने आई थी।
सिंह ने कहा कि गंभीर रूप से बीमार 40 लोगों को लखनऊ लाया गया है जिनमें किंग जार्ज मेडिकल यूनीवर्सिटी (केजीएमयू) में भर्ती 16 की डायलिसिस की जा रही है। सूबे के स्वास्थ्य मंत्री ने घटना में 17 लोगों की मौत की पुष्टि की हालांकि इस तादाद में बढोत्तरी की संभावना से इंकार नहीं किया। क्षेत्र में शराब से हुई मौतों में कई लोगों ने अपने परिजनो का अंतिम संस्कार बगैर पुलिस को इत्तिला दिए कर दिया।