Edited By Mamta Yadav,Updated: 15 Aug, 2024 10:53 PM
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कहा कि कला किसी व्यक्ति, जाति, मत-मजहब, भाषा या क्षेत्र की नहीं, बल्कि पूरे देश की होती है। कला हमारे सांस्कृतिक व आध्यात्मिक परंपरा का प्रतिनिधित्व भी करती है।
Lucknow News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कहा कि कला किसी व्यक्ति, जाति, मत-मजहब, भाषा या क्षेत्र की नहीं, बल्कि पूरे देश की होती है। कला हमारे सांस्कृतिक व आध्यात्मिक परंपरा का प्रतिनिधित्व भी करती है।
योगी ने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर विधान भवन के समक्ष प्रस्तुति देने वाले देश के विभिन्न राज्यों से आए कलाकारों के साथ ही उत्तर प्रदेश के कलाकारों का भी सम्मान किया। उन्होंने कहा कि हर वर्ष देश के अलग-अलग राज्यों के कलाकारों को हम स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस, उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस आदि आयोजनों पर उत्तर प्रदेश में आमंत्रित करते हैं तो उत्तर प्रदेश के कलाकार भी अन्य राज्यों में जाते हैं। सांस्कृतिक दलों के माध्यम से संस्कृति का आदान-प्रदान कैसे हो सकता है, यह उसका छोटा सा प्रयास है। हम सभी एक-दूसरे की भाषा, परंपराओं को सम्मान देकर आगे बढ़ेंगे तो वही एक भारत-श्रेष्ठ भारत का प्रतीक बनेगी।
देश के अलग-अलग राज्यों से आए कलाकारों का स्वागत करते हुए कहा कि स्वतंत्रता दिवस पर उप्र की राजधानी लखनऊ में देखकर अच्छा लगा। कलाकारों की आज की प्रस्तुति बहुत शानदार रही। योगी आदित्यनाथ ने कहाकि आज के परिवेश में आधुनिक वाद्ययंत्रों का प्रयोग हो रहा है। पुरातन वाद्ययंत्र भूल से गए हैं। कलाकारों को चाहिए कि उन प्राचीन वाद्ययंत्रों को सुरक्षित व संरक्षित करें। अपने यहां उसका संग्रहालय बनाएं। वह कला का प्रतिनिधित्व करते हुए दिखाई देंगे। प्राचीन काल से भारत में अलग-अलग जगहों पर लोगों ने अलग-अलग तरीके से अपनी परंपरा व बातों को काव्यात्मक, गायन के रूप से व्यक्त करने का माध्यम बनाया था। बहुत ऐसी चीजें हैं, जिसे केवल वाद्ययंत्रों के माध्यम से व्यक्त कर सकते हैं, इसलिए हमें उन्हें सुरक्षित करने की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। बहुत सारे लोगों ने प्राचीन वाद्ययंत्रों को सुरक्षित व संरक्षित रखा है।
उन्होंने उपस्थित कलाकारों से उम्मीद जताई कि यदि आप भी ऐसा करेंगे तो उसके अच्छे परिणाम आएंगे। उन्होने कहा कि बाहर से आए कलाकारों ने लखनऊ में स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम को देखा है। मैंने अतिथि कलाकारों को उत्तर प्रदेश के कलाकारों संग आमंत्रित किया है। हम लोग पूरे देश की संस्कृति का प्रतिनिधित्व करते हुए दिखाई दें, यही हमारा ध्येय होना चाहिए। इतनी बड़ी संख्या में एक मंच पर इतने कलाकारों का एकजुट होना अभिभूत करने वाला क्षण होता है। इस अवसर पर पर्यटन व संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश कुमार मेश्राम, प्रमुख सचिव (मुख्यमंत्री) संजय प्रसाद, सूचना निदेशक शिशिर आदि मौजूद रहे।