Edited By Anil Kapoor,Updated: 10 Jun, 2025 07:53 AM

UP Desk: मेघालय में हनीमून पर गए राजा रघुवंशी की हत्या की खबर ने पूरे देश को हिला दिया है। खास बात यह है कि इस मामले में उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी पर ही पति की हत्या का आरोप लगाया गया है। अब सवाल उठ रहे हैं कि अगर सोनम को कोर्ट में दोषी पाया गया तो...
UP Desk: मेघालय में हनीमून पर गए राजा रघुवंशी की हत्या की खबर ने पूरे देश को हिला दिया है। खास बात यह है कि इस मामले में उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी पर ही पति की हत्या का आरोप लगाया गया है। अब सवाल उठ रहे हैं कि अगर सोनम को कोर्ट में दोषी पाया गया तो क्या वे राजा की संपत्ति में हकदार रह पाएंगी? क्या उन्हें पति की कमाई या पैतृक संपत्ति में हिस्सा मिलेगा?
आइए हम आपको इस मामले से जुड़ी कानूनी बातें आसान भाषा में समझाते हैं।
भारतीय कानून क्या कहता है?
भारतीय उत्तराधिकार कानून, यानी Hindu Succession Act, 1956, में स्पष्ट नियम हैं कि कोई भी व्यक्ति अपने किए हुए अपराध से लाभ नहीं उठा सकता। इसका मतलब यह हुआ कि अगर सोनम को पति की हत्या का दोषी पाया जाता है, तो वे राजा की संपत्ति का कोई हिस्सा नहीं ले सकतीं।
कौन-कौन सी धाराएं लागू होती हैं?
- धारा 25: यह कहती है कि जो व्यक्ति किसी का हत्या करता है, वह मृतक की संपत्ति का उत्तराधिकारी नहीं बन सकता।
- धारा 27: यह भी हत्या जैसे गंभीर अपराध में शामिल व्यक्ति को संपत्ति से वंचित करती है।
इसका साफ मतलब है कि अगर सोनम पर पति की हत्या का आरोप साबित हो जाता है, तो वे राजा की संपत्ति में हिस्सा नहीं पा सकेंगी।
संपत्ति के कौन से प्रकार होते हैं?
स्वयं अर्जित संपत्ति — जो राजा ने अपनी मेहनत और कमाई से बनाई।
पैतृक संपत्ति — जो राजा को परिवार से विरासत में मिली।
अगर सोनम दोषी पाई जाती हैं, तो दोनों तरह की संपत्ति में उनका हक खत्म हो जाएगा।
क्या दोष सिद्ध होना जरूरी है?
हां, यह सबसे महत्वपूर्ण बात है। कोर्ट में यह साबित होना चाहिए कि सोनम ने पति की हत्या में हिस्सा लिया था। केवल आरोप लगना या पुलिस जांच होना संपत्ति के अधिकार को प्रभावित नहीं करता। जब तक कोर्ट दोषी साबित नहीं करता, सोनम के संपत्ति में अधिकार बने रहेंगे।
अगर हत्या का आरोप साबित नहीं हुआ?
अगर कोर्ट ने हत्या का आरोप नहीं माना, लेकिन पाया कि सोनम को साजिश की जानकारी थी, तो भी मामला जटिल हो सकता है। हाल ही में बॉम्बे हाई कोर्ट के एक फैसले में संकेत दिया गया कि ऐसी परिस्थितियों में भी धारा 25 लागू हो सकती है। लेकिन यह फैसला कोर्ट के विवेक पर निर्भर करता है।
अगर सोनम को बरी कर दिया गया तो?
अगर कोर्ट ने सोनम को दोषमुक्त कर दिया, तो वे राजा की विधवा मानी जाएंगी और संपत्ति में पूरा हकदार होंगी। यह नियम कई बार सुप्रीम कोर्ट और अन्य अदालतों में लागू हो चुका है।