Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Oct, 2017 12:41 AM
भाई डॉ. दिनेश ने कहा, ''सीबीआई कोर्ट ने जिस दिन दोनों को सजा सुनाई थी, उस दिन राजेश ने कहा था कि मुझे आरुषि के लिए अंतिम समय तक लड़ना है''
नोएडाः तलवार दंपती डासना जेल से रिहा होकर घर लौट आए। वह अगले कुछ दिन आरुषि के नाना-नानी के साथ जलवायु विहार एल-245 में रहेंगे। घर पहुंचते ही नूपुर तलवार की मां लता चिटनिस ने दोनों की आरती उतारी, जिसके बाद परिवार ने घर पर पूजा की।
राजेश तलवार के भाई डॉ. दिनेश ने कहा, 'इन 4 सालों में हमने अपनी भावनाओं पर काबू रखा, क्योंकि सच्चाई के लिए लड़ना इतना आसान नहीं था। सीबीआई कोर्ट ने जिस दिन दोनों को सजा सुनाई थी, उस दिन राजेश ने कहा था कि मुझे आरुषि के लिए अंतिम समय तक लड़ना है।'
डॉ. दिनेश ने कहा कि आरुषि अच्छी लड़की थी और हेमराज खराब आदमी नहीं था। ये दोनों दोषी नहीं थे। नूपुर के माता-पिता बुजुर्ग हैं और उन्हें राजेश व नूपुर की मदद की जरूरत है।
आरुषि को नहीं भुलाया जा सकता लेकिन अब दोनों राजेश और नूपुर को सामान्य होने में मदद करेंगे। इसके लिए उन्हें कुछ समय देना होगा। हमारी लड़ाई सच्चाई को सामने लाने की थी। इसके लिए हम जो कुछ भी कर सकते थे कर रहे हैं।'
राजेश के भाई दिनेश तलवार की पत्नी वंदना तलवार ने कहा, 'राजेश व नूपुर पूरे सम्मान के साथ वापस लौटे हैं। वे बेकसूर थे। न्याय पाने के लिए उन्होंने लंबा रास्ता तय किया है। जांच संस्थाओं ने जो भी गलत आरोप लगाए, उन सब से हाई कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया।'