Edited By Ramkesh,Updated: 05 Jun, 2024 06:54 PM
उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीट पर विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को जबरदस्त झटका देते हुए 43 सीट पर जीत दर्ज की। यूपी में भाजपा की करारी हार के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीट पर विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को जबरदस्त झटका देते हुए 43 सीट पर जीत दर्ज की। यूपी में भाजपा की करारी हार के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का वह बयान भी लोग शेयर कर रहे हैं जिसमें उन्होंने कहा था कि लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा योगी को हटा देगी। क्या दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की बात सच होगी?
आप को बता दें कि जेल से बाहर आते ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि 2014 में पीएम मोदी ने नियम बनाया था कि जो भी 75 साल का होगा, उसे रिटायर कर दिया जाएगा। आडवाणी जी, जोशी जी, सुमित्रा महाजन, यशवंत सिन्हा को रिटायर किया गया। केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी सरकार बनी तो सीएम योगी को निपटाएंगे।
लखनऊ में इंडिया गठबंधन के प्रेस कॉन्फ्रेंस में अरविंद केजरीवाल ने सीएम योगी आदित्यनाथ पर बड़ा दावा किया था। केजरीवाल ने कहा था कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिल्ली आए थे। उन्होंने मुझे गालियां दीं। योगी जी, मैं आपसे विनम्रता से कहना चाहता हूं कि आपके असली दुश्मन आपकी ही पार्टी में हैं। भाजपा में अपने दुश्मनों से लड़िए। आप के जरीवाल को गाली क्यों दे रहे हैं? आप उनसे निपटिए। केजरीवाल ने लोगों से कहा था कि इंडिया को बचाना है तो इंडिया गठबंधन को जिताना है।
गौरतलब है कि राज्य की 80 लोकसभा सीटों पर नतीजे आ गए है।बीजेपी का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है। पार्टी को 33 सीटों पर जीत दर्ज की है जबिक इंडिया गठबंधन ने 43 सीटों पर जीत दर्ज की है। जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 62 सीटें जीती थीं और उसके सहयोगी अपना दल को दो सीटें मिली थीं। वहीं, गठबंधन में शामिल सपा और बसपा को क्रमश पांच और 10 सीटें मिली थीं। कांग्रेस के पास केवल एक सीट थी। प्रदेश के सभी क्षेत्रों में खराब प्रदर्शन के बारे में जब भाजपा नेताओं से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि शीर्ष नेतृत्व कारणों की समीक्षा करेगा। वरिष्ठ सपा नेता और पूर्व विधान परिषद सदस्य राजपाल कश्यप ने कहा कि यह उन लोगों की जीत है जो नहीं चाहते थे कि संविधान में बदलाव हो और उनको आरक्षण बरकरार रहे।