Edited By Ramkesh,Updated: 06 Mar, 2025 06:05 PM

क्रिकेटर मोहम्मद शमी का रोज़े ना रखने को गुनाह बताने वाले मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी के बयान पर अब सियासत गरमा गई है। इसे लेकर अब कई मुस्लिम धर्म गुरू क्रिकेटर मोहम्मद शमी के समर्थन में आ गए हैं। इसी कड़ी में इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के मौलाना रशीद...
लखनऊ: क्रिकेटर मोहम्मद शमी का रोज़े ना रखने को गुनाह बताने वाले मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी के बयान पर अब सियासत गरमा गई है। इसे लेकर अब कई मुस्लिम धर्म गुरू क्रिकेटर मोहम्मद शमी के समर्थन में आ गए हैं। इसी कड़ी में इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के मौलाना रशीद फिरंगी महली ने बयान जारी कर कहा कि कोई बीमार व्यक्ति या सफर में चल रहे व्यक्ति को रोजा रखने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता हैं क्योंकि इस्लाम में इन परिस्थितियों इंसान को छूट दी गई है।
उन्होंने कहा कि मोहम्मद शमी इस समय सफर में ऐसे में उनकी मर्जी है चाहे तो वह रोजा रखे या ना रखे उन पर किसी तरह की टिप्पणी करना गलत है। उन्होंने कहा कि जो लोग मोहम्मद शमी को बदनाम कर रहे हैं ये बिल्कुल गलत है।
आप को बता दें कि चैंपियंस ट्रॉफी के सेमी फाइनल मैच में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मुकाबले में भारत की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। इस फोटो में वह एनर्जी ड्रिंक पीते दिखे दिखाई दे रहे हैं। अब इस फोटो लेकर मुस्लिम धर्म उनके खिलाफ उतर आए हैं और रोजा न रखने पर नसीहत दे रहे हैं।