Edited By Mamta Yadav,Updated: 14 Sep, 2024 08:59 PM
केरल के राज्यपाल आरिफ़ मोहम्मद ख़ान ने हिंदी दिवस के अवसर पर शनिवार को मंडी धनौरा में आयोजित हिंदी महोत्सव कार्यक्रम में कहा कि अमीर खुसरो हिंदी के पहले कवि थे, जिनकी अनेक रचनाएं प्रकाशित हुई हैं। भारत बहुभाषी देश है। यहां तमाम तरह की बोली, भाषा,...
Amroha News: केरल के राज्यपाल आरिफ़ मोहम्मद ख़ान ने हिंदी दिवस के अवसर पर शनिवार को मंडी धनौरा में आयोजित हिंदी महोत्सव कार्यक्रम में कहा कि अमीर खुसरो हिंदी के पहले कवि थे, जिनकी अनेक रचनाएं प्रकाशित हुई हैं। भारत बहुभाषी देश है। यहां तमाम तरह की बोली, भाषा, दर्शन व साहित्य के बावजूद हिंदी देश को एकसूत्र में पिरोने का कार्य कर रही है।
बता दें कि केरल के राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि हिंदी भाषा किसी भाषा की विरोधी नहीं हैं इसलिए विविधता का आदर करना प्रत्येक देशवासी का कर्तव्य है। खान ने कहा है कि हिंदी भाषा के प्रचार में हिंदी फिल्मों में अहम योगदान है। गैर हिंदी भाषी राज्यों के लोग भी हिंदी फिल्मों के गीतों को समझते हैं और गुनगुनाते भी हैं। कहा कि हिंदी को समृद्ध बनाने के लिए देश की दूसरी भाषाओं का भी सम्मान व आदर करना होगा। वह शनिवार को नगर के एक बरातघर में संस्कार भारती व हिंदी विश्व मंच की ओर से आयोजित हिंदी महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में विचार व्यक्त कर रहे थे। आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि दुनिया की सबसे पहली पुस्तक ऋग्वेद है। इससे पहले सभी कुछ मौखिक था। केरल का एक किस्सा साझा करते हुए कहा कि वह एक दिन केरल में कही जा रहे थे। उनको एक हिंदी फिल्म का बहुचर्चित गीत सुनाई दिया। उत्सुकता हुई कि केरल में हिंदी का गीत कौन सुन रहा है। देखा एक दुकान पर वह फिल्मी गीत बज रहा था और वहां खड़े केरल के लोग उसका आनंद ले रहे थे। इससे साफ है कि हिंदी के प्रचार में हिंदी फिल्मों की अहम भूमिका है। उन्होंने लोगों से हिंदी का अधिक से अधिक प्रयोग करने की अपील की।
वहीं, इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक डॉ. यतींद्र कटारिया की पुस्तक हिंदी विश्व यात्रा और मैं का विमोचन भी किया। साथ ही महोत्सव में हिंदी साहित्यकारों व कवियों को प्रशस्ति पत्र व प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया। इनमें चेतन आनंद, संजीव कुमारी, राकेश छोकर, राकेश आर्य, राजेंद्र टंडन, अनुराग मिश्रा, वीपी चौधरी, अभिताभ खरे आदि शामिल हैं। अध्यक्षता विधान परिषद सदस्य व पूर्व केबिनेट मंत्री चौधरी वीरेंद्र सिंह ने की।