Edited By Mamta Yadav,Updated: 09 May, 2024 04:49 PM
उत्तर प्रदेश के चित्रकूट से भाजपा उम्मीदवार आरके सिंह पटेल के समर्थन में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा गुरुवार को जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे। इस दौरान नड्डा ने कहा कि राहुल गांधी के एक सिपहसालार और सलाहकार ने चमड़ी के आधार पर भारत को बांटने की बात...
Chitrakoot News, (वीरेंद्र शुक्ला): उत्तर प्रदेश के चित्रकूट से भाजपा उम्मीदवार आरके सिंह पटेल के समर्थन में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा गुरुवार को जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे। इस दौरान नड्डा ने कहा कि राहुल गांधी के एक सिपहसालार और सलाहकार ने चमड़ी के आधार पर भारत को बांटने की बात की है। ऐसे लोग भारत की संस्कृति के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आजकल राहुल गांधी संविधान की कॉपी लेकर घूम रहे हैं। संविधान में बाबा साहेब अंबेडकर ने लिखा है कि आरक्षण धर्म के नाम पर नहीं होगा जबकि कांग्रेस दलित, आदिवासी, पिछड़े और अतिपिछड़े भाइयों के अधिकार पर डाका डालकर धर्म के आधार पर आरक्षण देना चाहती है।
डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में अब चित्रकूट भी शामिल
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चुनावी जनसभा में विपक्षी दलों के गठबंधन आईएनडीआईए पर जमकर हमला बोला। नड्डा ने कहा कि यह गठबंधन भ्रष्टाचारियों का जमावड़ा है। कहा कि एक समय उत्तर प्रदेश बीमारू राज्य था लेकिन आज मोदी और योगी के नेतृत्व में यह देश के अग्रणी राज्यों में आकर खड़ा हो गया है। डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में अब चित्रकूट को भी शामिल कर लिया गया है। इसके यहां आने से चित्रकूट और बांदा की तस्वीर बदल जाएगी और यहां के नौजवानों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। मोदी जी ने सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के मंत्र को आत्मसात करते हुए गांव, गरीब, शोषित, वंचित, पीड़ित, युवा, किसान और महिलाओं को मजबूती देने का काम किया। आज देश में रिपोर्ट कार्ड, जवाबदेही, विकासवाद और सबको साथ लेकर चलने की राजनीति चल रही है। यह मोदी जी की संस्कृति है। जो कहा था, वो किया है और जो नहीं कहा था, वो भी करके दिया है।
मोदी के आने के बाद भारत की राजनीति में सबकुछ बदला
नड्डा ने कहा कि भारत की राजनीति में परिवारवाद, जातिवाद, व्यक्तिवाद, भ्रष्टाचार, वोटबैंक और तुष्टीकरण ही चलता था लेकिन मोदी ने 10 साल में जातिवाद, क्षेत्रवाद और तुष्टीकरण की राजनीति के साथ लोहा लेते हुए विकासवाद की राजनीति को आगे बढ़ाया और मंत्र दिया- सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास। दस साल पहले भारत के सामान्य नागरिक के मन में ये विचार घर कर चुका था कि अब कुछ बदलने वाला नहीं है, राजनीति ऐसी ही होती है, यहां गुंडों का राज चलता रहेगा, लेकिन मोदी के आने के बाद भारत की राजनीति में सबकुछ बदला है।