Edited By Ramkesh,Updated: 19 Jun, 2020 12:04 PM
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जहां सरकारी कर्मचारियों एवं अधिकारियों पर मनमानी करने पर लगाम लगा रही है। वहीं कुछ सरकारी कर्मचारी सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
रायबरेली: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जहां सरकारी कर्मचारियों एवं अधिकारियों पर मनमानी करने पर लगाम लगा रही है। वहीं कुछ सरकारी कर्मचारी सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला रायबरेली जिला कलेक्ट्रेट से सामने आया है। जहां पर कलेक्ट्रेट के नाजिर पवन श्रीवास्तव अपने कार्यालय में अपनी उम्र से बड़े चपरासी से पैर दबवाते हुए कैमरे में कैद हो गए। जिलाधिकारी कार्यालय के ठीक सामने स्थित नजारत में तैनात नाजिर के पैर दबावाने की चर्चे पूरी कलेक्ट्रेट में आम है।
जानकारी के मुताबिक नजारत में तैनात नाजिर पवन कुमार श्रीवास्तव अपने ही कार्यालय में बुजुर्ग चपरासी राम लखन से पैर दबवा रहे थे, लेकिन जैसे ही उनकी नजर कैमरे पर पड़ी तत्काल बेंच पर लेटे नाजिर ने चपरासी को अपने से दूर कर दिया। फिर उठ कर कार्यालय से बाहर जाने लगे। जब उससे पूछा गया कि आप ने शराब पी रखी है तो इस पर ज्यादा कुछ जवाब भी नाजिर नहीं दे पाये।
जिलाधिकारी राम अभिलाष से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने नजारत के मामले को सिटी मजिस्ट्रेट के अंडर में बताया। जबकि सिटी मजिस्ट्रेट ने अपर जिलाधिकारी को ही बयान देने का अधिकारी कहा है। फिलहाल, इस संवेदनशील मामले पर कोई भी अधिकारी बोलने को तैयार नहीं है। लेकिन कलेक्ट्रेट में जो कुछ भी हो रहा था। उसकी तरस्बीर कैमरे में कैद हो गई। इस तरस्बीर को देख कर ऐसा लगता है कि आज भी बड़े कर्मचारी छोटे कर्मचारी का शोषण कर रहे है। अब देखना है कि क्या इस कर्मचारी के ऊपर कोई कार्रवाई होती है। या खाना पूर्ति हो कर रहा जाता है।