Edited By Pooja Gill,Updated: 02 Jun, 2025 09:29 AM

अयोध्या: मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में नवनिर्मित दिव्य और भव्य राम मंदिर की द्वितीय प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने बताया कि राम मंदिर की दूसरी...
अयोध्या: मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में नवनिर्मित दिव्य और भव्य राम मंदिर की द्वितीय प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने बताया कि राम मंदिर की दूसरी प्राण प्रतिष्ठा उत्सव की तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। इससे पूर्व दो जून को अर्थात् आज महिलाओं के द्वारा मंगल कलश यात्रा निकाली जायेगी। यह यात्रा सरयू तट के संत तुलसी घाट से अपरान्ह चार बजे से शुरू होगी और लता चौक से रामपथ होते हुए हनुमानगढ़ी, बड़ा स्थान व रंगमहल होकर श्रीराम मंदिर परिसर में यज्ञ मण्डप तक जायेगी।
वैदिक रीति-रिवाज के साथ की जा रही तैयारियां
चंपत राय ने बताया कि इसके लिये पहले मां सरयू का पूजन एवं यजमान का प्रायश्चित कर्म भी सम्पादित होगा। तीन जून से अनुष्ठान का विधिवत शुभारम्भ शुरू हो जायेगा। तीन व चार जून को सुबह साढ़े छह बजे से सायंकाल साढ़े छह बजे तक बारह-बारह घंटे का अनुष्ठानन होगा। इस दौरान मध्यान्ह में एक घंटे फलाहार के लिये विश्राम दिया जायेगा। श्रीरामजन्मभूमि ट्रस्ट के मुताबिक, पांच जून को अनुष्ठान सुबह साढ़े छह बजे प्रारम्भ होगा और अभिजीत मुहूर्त में मध्यान्ह 11.30 बजे के बाद देवविग्रहों में प्राणों के आधान की प्रक्रिया होगी और फिर आरती के साथ अपरान्ह एक बजे अनुष्ठान की पूर्ण आहुत हो जायेगी। प्राण प्रतिष्ठा के लिये सभी तैयारियां वैदिक रीति-रिवाज के साथ की जा रही है ताकि यह समारोह पूर्ण विधि-विधान के साथ सम्पन्न हो।
सप्तम मण्डप में की गई इन मूर्तियों की स्थापना
अयोध्या में श्रद्धालुओं के लिये विशेष व्यवस्थायें की जा रही हैं ताकि वे इस ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा बन सकें। यह आयोजन अयोध्या को विश्व पटल पर और अधिक प्रमुखता प्रदान करेगा। राम मंदिर ट्रस्ट ने सभी भक्तों से इस पवित्र अवसर पर शामिल होने और भगवान श्रीराम के प्रति अपनी भक्ति अर्पित करने का आवाहन किया है। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव ने बताया कि श्रीरामजन्मभूमि में सप्त मण्डप के अन्तर्गत सात मंदिर बनाये गये हैं। गोस्वामी तुलसीदास महाराज की मूर्ति स्थापना के साथ ही सप्तम मण्डप में मूर्तियों की स्थापना की जा चुकी है। इस सप्तम मण्डप में महर्षि वाल्मीकि, महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र एवं महर्षि अगस्त्य के अलावा निषादराज, माता शबरी एवं देवी अहिल्या की स्थापना करा दी गयी है।
गंगा दशहरा पर सम्पन्न होगी प्राण प्रतिष्ठा
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने पांच जून को राम दरबार समेत सात मूर्तियों के प्राण प्रतिष्ठा की घोषणा की है। यह आयोजन गंगा दशहरा के पावन अवसर पर सम्पन्न होगा। इस दौरान पूजन चलता रहेगा। राम दरबार में दर्शन कब से शुरू होंगे यह बात अभी तय नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। अयोध्या फिर धार्मिक उत्सव और भक्ति के रंग में रंगने को तैयार है। ट्रस्ट के मुताबिक आयोजन तीन जून से शुरू होगा जिसमें यह मण्डप पूजन और अग्नि स्थापना जैसे अनुष्ठान शामिल होंगे। चार जून को विविध अधिवास व पालकी यात्रा का आयोजन होगा और पांच जून को प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन किया जायेगा।राम मंदिर में प्रथम तल पर राम दरबार के साथ आठ मंदिरों में देव विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा होगी।