Edited By Ajay kumar,Updated: 06 Mar, 2024 07:08 PM
रामपुर जिले की दि न्यू अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक को जालसाज ने 2.08 करोड़ रुयये का चूना लगा दिया। बॉन्ड खरीदने के चक्कर में बैंक ने पूंजी गंवा दी। बैंक ने यह धनराशि 28 मार्च 2023 को जालसाज के खाते में ट्रांसफर की थी।
मुरादाबाद: रामपुर जिले की दि न्यू अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक को जालसाज ने 2.08 करोड़ रुयये का चूना लगा दिया। बॉन्ड खरीदने के चक्कर में बैंक ने पूंजी गंवा दी। बैंक ने यह धनराशि 28 मार्च 2023 को जालसाज के खाते में ट्रांसफर की थी। इस मामले में नौ महीने बाद बैंक के सचिव एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी जीवन तिवारी ने मुरादाबाद साइबर क्राइम थाने में मामला दर्ज कराया है। इसमें देबानजाय राय पुत्र मोंजायब्रत राय नामजद हुआ है जो पश्चिम बंगाल में 24 परगना उत्तर के दम-दम कोलकाता का निवासी और मेसर्स फिनिडियाज निवेश साईं कृपा इंफ्रा सिक्योरिटीज का उपाध्यक्ष है।
पैसा ट्रांसफर होने के बाद भी बॉन्ड नहीं मिले
बैंक के सचिव ने पुलिस को बताया कि आरोपी ने ई-मेल से बैंक की ई-मेल पर 100 रुपये प्रति बॉन्ड की दर से कोटेशन प्रस्तुत की थी। ब्याज दरों को देखकर बैंक ने दो करोड़ के बॉन्ड खरीद लिए थे। 28 मार्च 2023 को बैंक ने आरटीजीएस से साईं कृपा इंफ्रा सिक्योरिटीज के खाते में कुल 2,07,86,142 रुपये ट्रांसफर कर दिए थे। यह पैसा एचडीएफसी बैंक शाखा श्रीभूमि कोलकाता में ट्रांसफर हुआ था, लेकिन पैसा ट्रांसफर होने के बाद भी बॉन्ड नहीं मिले।
साइबर ठगों ने दो महीने में 130 लोगों के उड़ाए 3.66 करोड़
मुरादाबाद: स्मार्ट क्राइम बहुत तेजी से बढ़ रहा है। परिक्षेत्र के जिलों में दो महीने में ही 130 लोग साइबर ठगी का शिकार हो गए हैं। इन लोगों के कुल 3.66 करोड़ रुपये की धनराशि ठगों ने गुमराह कर उनके खातों से चोरी कर ली है। साइबर ठग विभिन्न तरीकों से झांसे में लेकर ठगी कर रहे हैं, लेकिन इन दिनों ठगों ने एक नया पैटर्न निकाला है। साइबर क्राइम सेल के प्रभारी मनोज सिंह बताते हैं कि इन दोनों साइबर ठगों ने अपने को पुलिसकर्मी बताकर ठगी करनी शुरू कर दी है। इस तरह के कई मामले भी आए हैं।
विशेषजन भी होते जा रहे हैं साइबर ठगी का शिकार
न्होंने बताया कि ठगी का शिकार हुए लोगों ने उन्हें बताया है कि कॉल करने वाले ने अपने को पुलिसकर्मी बताया और परिवार के किसी सदस्य को अपराध में पकड़ा जाना बताकर सुविधा शुल्क के नाम पर ठग लिया। देखने में आ रहा है कि इस तरह आम लोग ही नहीं विशेषजन भी साइबर ठगी का शिकार होते जा रहे हैं। डीआईजी कार्यालय के आंकड़े बताते हैं कि जनवरी-फरवरी में परिक्षेत्र के सभी पांच जिलों में कुल 130 मामले सामने आए हैं। इसमें सबसे अधिक 69 मामले बिजनौर जिले के हैं। इनसे संबंधित लोगों से साइबर ठगों ने उनके खाते से कुल 1.07 करोड़ रुपये उड़ाने का प्रयास किया था।