Edited By Purnima Singh,Updated: 31 Jan, 2025 01:58 PM
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और यूपी कैबिनेट में स्वास्थ्स मंत्रालय संभाल रहे बृजेश पाठक ने आरक्षी नागरिक पुलिस के पदों पर भर्ती को लेकर अभ्यर्थियों के फिजिकल टेस्ट में गड़बड़ी के आरोप में चिकित्साधिकारी को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही आगे भर्ती को...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और यूपी कैबिनेट में स्वास्थ्स मंत्रालय संभाल रहे बृजेश पाठक ने आरक्षी नागरिक पुलिस के पदों पर भर्ती को लेकर अभ्यर्थियों के फिजिकल टेस्ट में गड़बड़ी के आरोप में चिकित्साधिकारी को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही आगे भर्ती को लेकर किसी भी तरह की वसूली व मानकों की अनदेखी करने पर कठोर कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।
मेरठ स्थित सरूरपुर खुर्द के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में चिकित्साधिकारी डॉ. दिव्य कुमार राणा तैनात हैं। इनकी ड्यूटी पुलिस लाइन में अभ्यर्थियों के फिजिकल टेस्ट के लिए लगाई गई थी। इनपर आरोप है कि अभ्यर्थियों को फिजिकल टेस्ट में पास कराने के लिए उनसे वसूली की। शिकायत पर संज्ञान लेते हुए डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने डॉ. दिव्य कुमार राणा को निलंबित कर दिया है।
मरीज-परिजनों से बदसलूकी की जांच होगी
फिजिकल टेस्ट में पास कराने के लिए वसूली के अलावा डॉ. दिव्य कुमार राणा पर मैनपुरी जिला अस्पताल में मरीज व उनके परिजनों से अभद्रता के भी गंभीर आरोप लगे हैं। परिजनों ने इलाज में भी लापरवाही बरतने की बात कही है। इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद ब्रजेश पाठक ने संज्ञान लिया। डिप्टी सीएम ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को प्रकरण की जांच के निर्देश दिए हैं। एक सप्ताह में जांच की पूरी रिपोर्ट मांगी गई है।