Edited By Ramkesh,Updated: 09 Nov, 2021 06:31 PM
भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) ने नेता राकेश टिकैत ने मंगलवार को कहा कि केंद्र के तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ पूर्वांचल क्षेत्र में प्रदर्शन और तेज किया जाएगा। पूर्वांचल में पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिमी बिहार के हिस्से आते हैं। टिकैत ने कहा कि...
गाजियाबाद: भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) ने नेता राकेश टिकैत कहा कि केंद्र के तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ पूर्वांचल क्षेत्र में प्रदर्शन और तेज किया जाएगा। पूर्वांचल में पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिमी बिहार के हिस्से आते हैं। टिकैत ने कहा कि दिल्ली की सीमाओं पर कृषि कानून के विरोध में प्रदर्शन के एक साल पूरा होने से चार दिन पहले, 22 नवंबर को लखनऊ में किसान महापंचायत होगी। बीकेयू, दिल्ली की तीन सीमाओं सिंघु, टिकरी और गाजीपुर पर नवंबर 2020 से किसानों के प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा का हिस्सा है। टिकैत ने कू पर कहा, ‘‘ऐतिहासिक होगी लखनऊ में आयोजित 22 नवंबर की किसान महापंचायत।
संयुक्त किसान मोर्चा की यह महापंचायत किसान विरोधी सरकार और तीनों काले कानूनों के विरोध में ताबूत में आखिरी कील साबित होगी। अब पूर्वांचल में भी और तेज होगा अन्नदाता का आंदोलन।'' प्रदर्शनकारी किसान तीन नये कृषि कानूनों को रद्द करने और अपनी फसल के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी की मांग कर रहे हैं।