Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 30 Aug, 2023 02:04 PM
Imran Masood, बसपा प्रमुख मायावती ने मंगलवार को इमरान मसूद ( Imran Masood) को पार्टी से बाहर कर दिया है। उन पर अनुशासनहीनता करने का आरोप है। पार्टी से निकाले जाने के बाद इमरान मसूद मायावती पर जमकर भड़ास निकाल र...
Lucknow: बसपा प्रमुख मायावती ने मंगलवार को इमरान मसूद ( Imran Masood) को पार्टी से बाहर कर दिया है। उन पर अनुशासनहीनता करने का आरोप है। पार्टी से निकाले जाने के बाद इमरान मसूद मायावती पर जमकर भड़ास निकाल रहे हैं। इस पर इमरान मसूद ने शायराना अंदाज में कहा कि न तड़पने की इजाजत है, न फरियाद की, घुटकर मर जाऊं ये मर्जी है मेरे सय्याद की। इमरान ने कहा, ''बसपा मुझसे 5 करोड़ रुपए की डिमांड कर रही थी। लेकिन, मेरे पास इतने रुपए नहीं हैं। मैंने देने से इनकार किया तो मुझे पार्टी से निकाल दिया।''
पार्टी के वोट बैंक से नहीं, अपने दम पर चुनाव लड़ता हूं...
इमरान ने कहा कि मैं पार्टी के वोट बैंक से नहीं, अपने दम पर चुनाव लड़ता हूं। योद्धा कभी दबता नहीं है और हम योद्धा हैं। हमने विपरीत परिस्थतियों में हमेशा लड़ा है। हार के डर से मैं कभी घर नहीं बैठता हूं। मैं तो निकाय चुनाव में पार्टी को 8 हजार से डेढ़ लाख वोट पर ले गया। उसके बाद भी बसपा समझ नहीं पा रही है। इमरान ने कहा, कि बसपा ने जिन किताबों का जिक्र लेटर में किया है, वह पैसों की किताब है। मेरे से 5 करोड़ रुपए मांगे जा रहे हैं। मेरे पास पैसा नहीं है। मैं तो जनता का आदमी हूं। मैं जमीन पर उतरकर काम करता हूं। मेरा कोई काम-धंधा नहीं है। किसान आदमी हूं। काश्तकार आदमी की जितनी हैसियत होगी, वह उतनी मदद करेगा। यह अनुशासनहीनता है, तो मैंने की है। मेरी हैसियत नहीं है। मेरे में दम नहीं है। योद्धा कभी दबता नहीं है और हम योद्धा हैं। हमने विपरीत परिस्थितियों में हमेशा लड़ा है। हार के डर से मैं कभी घर पर नहीं बैठता हूं।
मेरी बात को ऊपर अनुशासनहीनता माना गया...
एक निजी समाचार चैनल से बातचीत करते हुए इमरान मसूद ने कहा कि मैं तो मिशन को जोड़ने के लिए आया था। जो बाबा साहब ने शुरू करके और मान्यवर काशीराम ने जिसे पोषने का काम किया। यदि बसपा गठबंधन के साथ नहीं जाती है, तो 2024 के चुनाव में जीरो पर आउट होगी, यह साफ दिखाई दे रहा है। मैंने जीरो पर आउट होने से बचाने के लिए यह बात कही, लेकिन, आज संविधान खतरे में हैं। हम सबको साथ मिलकर लड़ना चाहिए। लेकिन, मेरी बात को ऊपर अनुशासनहीनता माना गया।
हमारे पास पैसा नहीं है, तो क्या हमें आप लात मारकर बाहर कर देंगे?
इमरान मसूद बोले कि मैं जहां रहूंगा, वहां सच ही कहूंगा। पार्टी के लिए काम किया, लेकिन, बसपा को सच्चाई पसंद नहीं है तो मैं क्या सकता हूं? मेरा अपना वोट है। लेकिन, बसपा का वोट मात्र 8 हजार था। मैंने अपने वोट के ऊपर राजनीति की है। मुझे लोगों ने आजाद उम्मीदवार भी जिताया है। मुझे चुनाव लड़ने के लिए रहमो-करम की जरूरत नहीं। मैं तो चुनाव लड़ लूंगा। हम राजनीति में हैं। हमारी भी महत्वाकांक्षाएं हैं। हमारे पास पैसा नहीं है, तो क्या हमें आप लात मारकर बाहर कर देंगे?
इमरान मसद के भाई को भी किया गया बाहर
राजनीतिक जानकारों की मानें, तो इमरान मसूद अपने समर्थकों के सहारे दबाव बनाकर टिकट पाना चाहते थे। जिस कारण बेहट में भी बसपा सांसद के खिलाफ नारेबाजी कराई। वहीं दो दिन पहले यूपी प्रभारी शमशुद्दीन राइन एक कार्यक्रम में आए थे तो वहां भी उनके समर्थकों ने पार्टी के खिलाफ चल कर नारेबाजी की है। बता दें कि बसपा ने मंगलवार को इमरान मसूद और उनके भाई नौमान मसूद को भी निष्कासित कर दिया।