Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Oct, 2017 01:31 PM
धर्म की गलत व्याखाओं का दौर प्राचीन समय से ही जारी है और इसका असर आज भी लोगों पर दिखाई देता है। लेकिन प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनने के बाद से ही धर्म-जाति...
मऊः धर्म की गलत व्याखाओं का दौर प्राचीन समय से ही जारी है और इसका असर आज भी लोगों पर दिखाई देता है। लेकिन प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनने के बाद से ही धर्म-जाति को लेकर विवाद और घटनाएं होना आम बात हो गई है। दरअसल ये हम नही कह रहे है बल्कि ये उस छात्रा की ज़ुबानी है जो हरिजन जाति होने के कारण अपमानित हुई है और जिसका अपमान किसी नेता या मंत्री ने नही किया है बल्कि उस संस्थान में हुआ है, जहां से वो शिक्षा ग्रहण कर रही है।
बता दे कि ये पूरा मामला हलधरपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत स्थित एवर ग्रीन इंटर कालेज का है। जहां के प्रिंसिपल राघवेन्द्र पाण्डेय अपनी कक्षा 10 की छात्रा को महज इसलिए परीक्षा से वंचित कर दिया कि वो हरिजन जाति की थी। 12 अक्टूबर को इंग्लिश का पेपर था और छात्रा डिम्पल भारती परीक्षा देने आई थी लेकिन प्रिंसिपल ने उसे कक्षा में सबके सामने खड़ा कर दिया और नाम पूछकर जाति के बारे में पूछा।
प्रिंसिपल ने जाति का नाम सुनते ही छात्रा को जमकर अपमानित किया और परीक्षा समाप्त होने के 5 मिनट पहले कापी देकर कोरम पूरा कर दिया। इस मामले से आहत होकर छात्रा ने सारी बाते अपने परिवार से बताई और परिवार वालो ने तुरंत प्रधानमन्त्री, मुख्यमंत्री सहित जिलाधिकारी को पत्र भेजा लेकिन 10 दिन बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नही हुई। ऐसे में छात्रा ने मिडिया के कैमरे के सामने कहा कि अगर हमारे परिवार वाले उस कालेज में जाने की जोर डालेंगे तो मै आत्महत्या कर लुंगी ।फिलहाल इस मामले में जिलाधिकारी ने जांच कर उचित कार्रवाई करने आश्वासन दिया है ।