Rave party, 'सांपों के सौदागर' का कबूलनामा... Elvish Yadav के Jail जाने की पूरी कहानी....देखें वीडियो

Edited By Harman Kaur,Updated: 19 Mar, 2024 06:46 PM

एलविश यादव.... वो एलविश यादव जो रातों- रात युवा दिलों की धड़कन बन गया... एक टीवी शो ने मशहूर यूट्यूबर एल्विश यादव को रातों रात बुलंदियों पर पहुंचा दिया था........

एलविश यादव.... वो एलविश यादव जो रातों- रात युवा दिलों की धड़कन बन गया... एक टीवी शो ने मशहूर यूट्यूबर एल्विश यादव को रातों रात बुलंदियों पर पहुंचा दिया था... जब वो उस शो का विनर बना तो हर तरफ उसकी चर्चा होने लगी.... देश के हजारों लाखों युवा उसके फॉलोअर बन गए... उसकी झलक पाने को वो लोग बेताब रहने लगे... उसके वीडियो सोशल मीडिया पर खूब छाए रहे... यहां तक कि हरियाणा के सियासी गलियारों में उसे सम्मान मिला... मगर कहते हैं ना शोहरत को संभाल पाना शोहरत पाने से ज्यादा मुश्किल होता है... ऐसा ही कुछ हुआ एल्विश यादव के साथ... नतीजा ये हुआ कि अब एल्विश यादव कानून के शिकंजे में हैं... और उसे सलाखों के पीछे भेज दिया गया है... चलिए आपको बताते हैं एल्विश के गिरफ्तार होने की पूरी कहानी....।

एल्विश यादव का असली नाम सिद्धार्थ यादव है... उसका जन्म 14 सितंबर 1997 को हुआ था...  उसके पिता राम अवतार यादव और माता सुषमा यादव हैं... एल्विश की एक बड़ी बहन कोमल यादव हैं… हरियाणा के एक नीजी स्कूल से पढ़ने के बाद एल्विश ने आगे की पढ़ाई के लिए दिल्ली के हंसराज कॉलेज में दाखिला लिया था... एल्विश के एक बड़े भाई थे, उनका निधन हो जाने के कुछ वर्षों बाद सिद्धार्थ का नाम बदलकर एल्विश यादव रख दिया गया था...।

मशहूर यूट्यूबर आशीष चंचलानी और अमित भड़ाना से प्रेरित होकर एल्विश यादव ने 29 अप्रैल 2016 को अपना यूट्यूब चैनल शुरू किया था… जो देखते ही देखते काफी वायरल हो गया... एल्विश ने शुरुआत में अपने चैनल का नाम 'द सोशल फैक्ट्री' रखा था, लेकिन बाद में उसका नाम बदलकर एल्विश यादव कर दिया था... एल्विश का कंटेंट फ्लैश फिक्शन और वैचारिक शॉर्ट फिल्मों के आसपास घूमता है... इसके बाद उसने 23 नवंबर, 2019 को 'एलविश यादव व्लॉग्स' नाम से एक नया यूट्यूब चैनल लॉन्च किया था... फिर इसके बाद मई 2023 में एल्विश ने एक नया गेमिंग चैनल 'एलविश यादव गेमिंग' भी शुरू किया था... इस वक्त तक एल्विश यादव काफी फेमस हो चुके थे....तभी साल आया 2023..... साल 2023 में ही एल्विश को रियलिटी शो बिग बॉस ओटीटी में वाइल्ड कार्ड एंट्री के तौर पर मौका मिला और वो विजेता बनकर बाहर आया...  इसके बाद तो मानो एल्विश की जिंदगी ही बदल गई... एल्विश यादव घर- घर मशहूर हो गए.... बच्चा- बच्चा उन्हे पहचाने लगा... वो देशभर में घर- घर फेमस हो गया....।

3 नवंबर 2023 से पहले एल्विश यादव की जिंदगी में सबकुछ ठीक चल रहा था... वो अपने नेम और फेम का मजा ले रहा था... लेकिन नोएडा पुलिस ने 2 नवंबर 2023 को नोएडा के सेक्टर 51 के सेवरोन बैंक्वेट हॉल से 5 लोगों को गिरफ्तार किया था....  जिसमें कुल मिलाकर 9 सांप बरामद हुए थे, इसमें 5 कोबरा, 1 अजगर, 2- दो मुहें सांप और एक रेड स्नैक बरामद हुआ था... जांच से पता चला था कि सभी 9 सांपों में वेनॉम ग्लैंड्स गायब थीं, जिसमें जहर होता है... पुलिस ने उस दिन पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से 20ml सांप का जहर भी बरामद किया था... उन सांपों और सांप के जहर का इस्तेमाल दिल्ली एनसीआर में अवैध रेव पार्टियों में किया जाता था... यूं तो ये मामला किसी थाने की फाइल में दबकर रह जाता लेकिन इस केस के पीछे हाथ था भाजपा सांसद मेनका गांधी के एनजीओ का.... उसी एनजीओ की शिकायत के आधार पर पुलिस ने जांच के दौरान सांप बरामद किए थे... जब जांच पड़ताल आगे बढ़ी तो पता चला कि जानलेवा जहर की पार्टियों के पीछे मशहूर यूट्यूबर एलिव्श यादव भी शामिल है... मेनका गांधी की एनजीओ का इल्जाम था कि एल्विश सांपों के साथ वीडियो शूट करता है और सांप के जहर और दवाओं के साथ अवैध पार्टियों की मेजबानी भी करता है...।

इस मामले में FIR दर्ज करने वाली संस्था का नाम पीपल फॉर एनिमल (PFA) है. उस संस्था के वेलफेयर ऑफिसर गौरव गुप्ता ने थाने जाकर तहरीर दी थी. उस वक्त गौरव गुप्ता ने पुलिस को जानकारी देते हुए बताया था कि नोएडा में ड्रग्स और वेनम से जुड़ी गतिविधियों की सूचना मिल रही थी... ये भी पता चला था कि, यूट्यूबर एल्विश यादव नोएडा-एनसीआर के फार्म हाउसों में कुछ लोगों के साथ मिलकर स्नेक वेनम व जिंदा सांपों के साथ वीडियो शूट कराते हैं.... इसके साथ ही गैर कानूनी रूप से रेव पार्टियों को आयोजित कराने की भी जानकारी मिली थी...  इसके बाद 3 नवंबर को नोएडा पुलिस ने PFA की शिकायत पर रेव पार्टी में सांप के जहर के इस्तेमाल के मामले में FIR दर्ज की थी... जिसमें यूट्यूबर एल्विश यादव भी आरोपी था...।

फिर साल बदला और तारीख भी.... जनवरी और फरवरी का महीना भी बीत गया... फिर अचानक इसी साल 8 मार्च को एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल होने लगा... वो वीडियो भी एल्विश यादव का था... एल्विश अपने कई साथियों के साथ गुड़गांव में एक कपड़े की दुकान में पहुंचता है.... और वहां मौजूद कंटेंट क्रिएटर सागर ठाकुर उर्फ ऑनलाइन मैक्सटर्न के साथ मारपीट करता है... इतना ही नहीं  उसे जान से मारने की धमकी देता है... फिर इसके बाद इस मामले में एल्विश के खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज हो  जाता है... हालांकि, यादव ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा कि सागर ठाकुर ने उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी थी, और ये घटना गुस्से में हुई, और सागर ने उस जगह पर कैमरे लगाए थे, ताकि घटना कैद हो जाए.... वो मामला तो किसी तरह शांत हो गया लेकिन पिछले दो महीनों की जांच पड़ताल और गहन छानबीन के बाद पुलिस ने एल्विश पर शिकंजा कस दिया था... जिसका नतीजा 17 मार्च को सामने आया...।

दरअसल 17 मार्च 2024 को नोएडा पुलिस ने NDPS अधिनियम 1985 और वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत एल्विश यादव को गिरफ्तार कर लिया… गिरफ्तारी के बाद उसे नोएडा डिस्ट्रिक्ट अस्पताल लाया गया... जहां उसका मेडिकल चेकअप करवाया गया... फिर नोएडा पुलिस ने उसे अदालत में पेश किया... जहां से कोर्ट ने एल्विश यादव को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है....अब आपको ये भी बता देते हैं कि NDPS एक्ट का मतलब क्या होता है? नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट, 1985, जिसे आमतौर पर NDPS एक्ट के रूप में जाना जाता है.... भारतीय संसद का एक अधिनियम है जो किसी व्यक्ति को उत्पादन/विनिर्माण/खेती, कब्जा, बिक्री, खरीद या किसी भी नशीली दवाई का सेवन करता है, उस पर ये एक्ट लगाया जाता है....।

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