Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 14 Sep, 2020 02:46 PM
डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया जाता है। लोग उसे धरती का दूसरा भगवान कहते हैं, लेकिन कुछ डॉकटर अपने पेशे को बदनाम करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इसकी ताजा उदाहरण रायबरेली में देखने को मिली है। जहां इलाज कराने आए परिजनों की बच्ची के मृत होने...
रायबरेलीः डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया जाता है। लोग उसे धरती का दूसरा भगवान कहते हैं, लेकिन कुछ डॉकटर अपने पेशे को बदनाम करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इसकी ताजा उदाहरण रायबरेली में देखने को मिली है। जहां इलाज कराने आए परिजनों की बच्ची के मृत होने पर चिकित्सक उनसे अमानवीय व्यवहार करता दिखा। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस मामले पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वीरेंद्र सिंह ने जांच कराने की बात कही है।
बता दें कि परैया छतोह निवासी जावेद वारसी की 8 साल की भांजी आसिफा बीमार हो गई थी। जिसके चलते उसे इलाज के लिए 11 सितंबर को मधुबन रोड पर स्थित प्राइवेट नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया और उसका इलाज शुरू कर दिया गया। जिसके कुछ घंटे बाद ही आसिफा की मौत हो गई। ऐसे में आसिफा के परिजन रोने बिलखने लगे तो डॉक्टरों ने उसे बिल की रकम जमा करने का दबाव बनाया।
इतना ही नहीं डॉक्टर ने परिजनों को पुलिस बुलवा कर हवालात में भिजवाने की धमकी भी दे डाली। इससे भी मन नहीं भरा तो गुंडों से उन्हें जमीन में गड़वाने की बात भी बोल डाली। इस दौरान डॉक्टर की करतूत को कैमरे में कैद कर लिया गया।
इस बारे में रायबरेली के सीएमओ ने कहा, हमने देखा है, सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हो रहा है। उसमें जो व्यवहार दिख रहा है डॉक्टर का वह उचित नहीं है, इसकी जांच कराई जाएगी। कैसा क्या मामला है इस तरह की बात उत्पन्न हुई और इस संबंध में आई.एम.ए से भी बात की जाएगी। अगर कोई चिकित्सक से इस तरह का व्यवहार कर रहा है तो आई.एम.ए को भी इन सब बातों का संज्ञान लेना चाहिए।