Edited By Imran,Updated: 05 Sep, 2024 02:01 PM
यूपी के आजमगढ़ जिले में तरवां थाना अंतर्गत ग्राम कोटा पोस्ट उचहुआं तहसील मेंहनगर निवासिनी नर्मदा सिंह पत्नि स्वर्गीय अनिल सिंह ने गांव के ही हरिजन बस्ती के लोगों पर मारपीट व लूट का आरोप लगाया है।
आजमगढ़ ( शुभम सिंह ): यूपी के आजमगढ़ जिले में तरवां थाना अंतर्गत ग्राम कोटा पोस्ट उचहुआं तहसील मेंहनगर निवासिनी नर्मदा सिंह पत्नि स्वर्गीय अनिल सिंह ने गांव के ही हरिजन बस्ती के लोगों पर मारपीट व लूट का आरोप लगाया है।
मामला 3 सितम्बर की सुबह 9 बजे का है जब गांव के ही करनराम, अर्जुन राम, चंद्रपाल, राजनराम सहित अन्य लोगों ने धावा बोल दिया। जिससे पीड़िता एवं बहु अर्चना को काफ़ी चोट आई घर के शीशे तोड़ दिए लूटपाट कर गालियां दी। जब पीड़िता स्थानीय थाना तरवां पहुंची तो पुलिस ने मामले में को निपटाना चाहा, मुकदमा तो दर्ज हुआ परंतु गिरफ्तारी नहीं हो सकी। पीड़िता ने थानाध्यक्ष पर पक्षपात का आरोप लगाया है। नर्मदा सिंह ने पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ से अपनी सुरक्षा एवं दोषियों पर उचित कार्यवाही की मांग की है।
पीड़िता द्वारा एसपी को दिया गया प्रार्थना पत्र
जनपद आजमगढ़ के ग्राम कोटा ऊचहूआ के रहने वाली निर्मदा सिंह, पत्नी स्व. अनिल सिंह, ग्राम कोटा, पोस्ट उचहुआ, थाना तरवां, तहसील मेंहनगर, जनपद आजमगढ़ की निवासी हूँ। ताजे घटना के अनुसार, दिनांक 3-9-2024 को समय करीब 9.00 बजे मैं अपने घर पर थी। तभी ग्राम कोटा हरिजन बस्ती के कुछ लोग, जिनमें महिलाएँ और पुरुष शामिल थे, मेरे घर पर आक्रमण कर दिए। मैंने डर के कारण दरवाजा बंद कर लिया था, लेकिन उपरोक्त हरिजन बस्ती के लोग, जिनमें करन राम पुत्र अरविन्दराम, चन्द्रपाल पुत्र रघुनाथ, अर्जुन राम पुत्र चन्द्रपाल आदि शामिल थे, हाथों में लाठी, डंडे और भाला लेकर आए और घर में घुसकर लूटपाट की तथा मेरे साथ मारपीट भी की। जब मेरी चीख-पुकार सुनकर मेरी बहु, कंचन सिंह, आई तो उसे भी मारा-पीटा गया और उसका मंगलसूत्र तथा मेरा सोने का चैन लूट लिया गया।
थाना अध्यक्ष पर लगा पक्षपात करने का आरोप
पीड़ित ने शिकायत पक्ष में यह लिखा कि इस संबंध में मैंने तुरंत थानाध्यक्ष तरवां पर जाकर एफ.आई.आर. दर्ज कराई, लेकिन अब तक पुलिस मौके पर नहीं आई है। विपक्षी गण करन राम आदि आज पुनः फिर घर पर आकर धमकाए कि यदि हमलोगों ने शिकायत की तो वे हमारी हत्या भी कर देंगे। हम दो महिलाएं अकेली हैं और विपक्षी गण अनुसूचित जाति से हैं, जो संख्याबल में अधिक हैं। कि हमारी जान-माल की सुरक्षा की जाए और विपक्षी गण करन राम आदि के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही की जाए।