Edited By Pooja Gill,Updated: 09 May, 2024 03:36 PM
UP News: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले से एक दर्दनाक घटना सामने आई है। यहां पर एक छात्रा स्कूल में टॉपर नहीं बन पाई तो इससे नाराज होकर उसने अपनी जान दे दी। बताया जा रहा है कि छात्रा ने 600 में 572 नंबर हासिल किए थे। उसका सपना था कि स्कूल...
UP News: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले से एक दर्दनाक घटना सामने आई है। यहां पर एक छात्रा स्कूल में टॉपर नहीं बन पाई तो इससे नाराज होकर उसने अपनी जान दे दी। बताया जा रहा है कि छात्रा ने 600 में 572 नंबर हासिल किए थे। उसका सपना था कि स्कूल की टॉपर बने, लेकिन तीन नंबर कम होने की वजह से टॉपर नहीं बन पाई। जिससे नाराज होकर उसने ये खौफनाक कदम उठा लिया। इस घटना की जानकारी होने पर परिजनों में कोहराम मच गया।
टॉप न कर पाने से छात्रा गुमसुम रहती थी छात्रा
जानकारी के मुताबिक, जिले के जाफरगंज थाना क्षेत्र के पांडेयपुर गांव निवासी योगेंद्र सिंह की 16 वर्षीय बेटी दसवीं कक्षा की छात्रा थी। वह कृष्णा इंटर कॉलेज फिरोजपुर में पढ़ती थी। इसी साल 20 अप्रैल को हाईस्कूल की परीक्षा परिणाम जारी हुआ था। उसने 600 में 572 नंबरों के साथ 95.3 प्रतिशत अंक हासिल किए थे। इसके बाद भी विद्यालय की ओर से उसको सम्मानित किया गया था, लेकिन स्कूल टॉप बनने से वंचित रह गई थी। छात्रा पढ़ने में होनहार थी। लेकिन टॉप न कर पाने से छात्रा गुमसुम रहती थी। बताया जाता है कि इसी कारण उसने फंदे से लटककर अपनी जान दे दी। जब मां पहुंची तो बेटी को फंदे पर लटकता चीखने चिल्लाने लगी। चीख-पुकार सुनकर मौके पर आसपास के लोग पहुंचे। बताया गया कि इस घटना की जानकारी परिजनों ने पुलिस को नहीं दी और अंतिम संस्कार कर दिया।
'बच्चों को कम अंक आने पर निराश नहीं होना चाहिए'
इस घटना के बाद जिला विद्यालय निरीक्षक शिवपूजन द्विवेदी ने बच्चों को जागरूक किया। उन्होंने कहा, बच्चों को कम अंक आने पर निराश नहीं होना चाहिए। आत्मघाती कदम नहीं उठाने चाहिए। सफलता और असफलता आती जाती रहती है। मेहनत और लगन से कामयाबी मिलती है। अभिभावकों को भी उन्हे स्पोट करना चाहिए।