Edited By Pooja Gill,Updated: 24 Nov, 2024 12:00 PM
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज यानी रविवार को गोरखपुर में आयोजित हो रहे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन को संबोधित...
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज यानी रविवार को गोरखपुर में आयोजित हो रहे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन को संबोधित करेंगे। अधिवेशन की शुरुआत 22 नवंबर को हुई जिसका उद्घाटन देश के प्रसिद्ध उद्योगपति एवं जोहो कॉरपोरेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीधर वेम्बू ने किया था।
समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे सीएम योगी
एबीवीपी की ओर से जारी बयान में कहा गया कि रविवार को प्राध्यापक यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं गोरखनाथ मंदिर के महंत योगी आदित्यनाथ मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। इस वर्ष यह पुरस्कार श्रवण दिव्यांगजनों में कौशल विकास एवं शिक्षा के माध्यम से जीवन उद्देश्य और उत्साह उत्पन्न करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए महाराष्ट्र के ठाणे के दीपेश नायर को दिया जा रहा है। गोरखपुर में आयोजित हो रहे तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन में देशभर के 44 प्रांतों तथा नेपाल से पंद्रह सौ से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। इस राष्ट्रीय अधिवेशन में शिक्षा, समाज, पर्यावरण, संस्कृति आदि विषयों पर देशभर से आए विद्यार्थी, प्राध्यापक तथा शिक्षाविद् विमर्श कर रहे हैं।
22 नवंबर को हुआ कार्यक्रम का उद्घाटन
अधिवेशन के पहले दिन 22 नवंबर को देश के प्रसिद्ध उद्योगपति तथा जोहो कॉरपोरेशन के सीईओ श्रीधर वेम्बू ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया था। श्रीधर वेम्बू ने स्वावलंबन, उद्यमिता, रोजगार, युवाओं को भविष्य के दिशा सूत्र, कृत्रिम मेधा आदि विषयों को अपने भाषण में प्रमुखता से उठाया था। एबीवीपी के राष्ट्रीय महामंत्री वीरेंद्र सोलंकी ने बताया कि विद्यार्थी परिषद का गोरखपुर राष्ट्रीय अधिवेशन मानविकी, विज्ञान, प्रबंधन, इंजीनियरिंग, चिकित्सा आदि विषयों में देशभर के अलग-अलग शैक्षणिक संस्थानों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के एक मंच पर आकर देश के बारे में अपनी भूमिका तय करने का माध्यम बन रहा है। उन्होंने बताया कि प्राध्यापक यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार सामाजिक जीवन में परिवर्तन लाने के लिए उल्लेखनीय काम करने वाले युवाओं को दिया जाता है, इस वर्ष पुरस्कार पाने वाले दीपेश नायर ने सैकड़ों दिव्यांगों को उच्च शिक्षा के लिए रास्ता दिखाया है।