Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 24 Mar, 2024 01:11 PM
होली हिंदू धर्म का प्रमुख पर्व है। बसंत का महीना लगने के बाद से ही इसका इंतजार शुरू हो जाता है। फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा की रात होलिका दह...
लखनऊ: होली हिंदू धर्म का प्रमुख पर्व है। बसंत का महीना लगने के बाद से ही इसका इंतजार शुरू हो जाता है। फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा की रात होलिका दहन किया जाता है और इसके अगले दिन होली मनाई जाती है। इस अवसर पर पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने देश और उत्तर प्रदेश के लोगों से होली (Holi) पर जश्न सावधानी से मनाने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि ट्रेनों में यात्रियों की सुरक्षा बेहद जरूरी है। ऐसे में चलती ट्रेनों पर कीचड़, पत्थर, पानी और गुब्बारे न फेकें।साथ ही सख्त चेतावनी भी जारी की गई है। इसके लिए चलती ट्रेनों में और स्टेशन पर इस तरह की हरकत करने वालों पर बारीकी से नजर रखी जा रही है। रेलवे सुरक्षा बल के जवान ट्रेन की पटरियों पर गस्त करते नजर आएंगे।
रेलवे प्रशासन ने यात्रियों अपील की है कि ट्रेन में यात्रा के दौरान यात्री ट्रेनों की छतों और पावदान पर सफर न करें। स्टेशनों पर यात्री रेलवे ट्रैक को तय स्थान से ही पार करें। इसके लिए स्टेशन पर एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने के लिए फुट ओवर ब्रिज का इस्तेमाल करें। फुट ओवर ब्रिज पर भीड़ न इकठठा करें। यात्रा के दौरान कोई भी यात्री अपने साथ स्टोव, गैस सिलेंडर, आतिशबाजी, पेट्रोल और डीजल लेकर यात्रा न करें। उन्होंने कहा कि ट्रेनों में यह सामान ले जाना प्रतिबंधित है। ये दंडनीय अपराध भी है। यात्रा के दौरान चेकिंग में कोई सामान पाया जाता है, तो रेलवे एक्ट के तहत कार्रवाई होगी।
रेलवे प्रशासन ने कहा कि यात्रियों को जागरूक करने के मकसद से किसी भी अप्रिय घटना की संभावना पर तत्काल रेलवे सुरक्षा बल और जीआरपी या भारतीय रेल के हेल्प लाइन नंबर-139 संपर्क कर सकते हैं। रेलवे के पुलिस उपाधीक्षक ऋषिकेश यादव ने बताया कि होली के त्यौहार पर यात्रियों की भीड़ पर नजर रखने के लिए स्टेशन परिसर की सुरक्षा-व्यवस्था का मुआयना किया। ट्रेन में स्कॉर्ट व सुरक्षा को लेकर सभी कर्मचारियों के साथ मीटिंग की। आरक्षित सीटों पर कब्जा करने वाले यात्रियों पर आरपीएफ और जीआरपी की बारीक नजर रहेगी।