Edited By Pooja Gill,Updated: 31 Oct, 2024 11:00 AM
UP News: उत्तर प्रदेश में दिवाली के मौके पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए गए है। 108 व 102 एंबुलेंस अलर्ट मोड पर रहेंगी। किसी भी जगह पर हादसा होने पर तुरंत ही एंबुलेंस पहुंच जाएगी। एंबुलेंस सेवा प्रदाता संस्था ने सभी...
UP News: उत्तर प्रदेश में दिवाली के मौके पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए गए है। 108 व 102 एंबुलेंस अलर्ट मोड पर रहेंगी। किसी भी जगह पर हादसा होने पर तुरंत ही एंबुलेंस पहुंच जाएगी। एंबुलेंस सेवा प्रदाता संस्था ने सभी संचालकों को 24 घंटे अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। अगर कहीं भी कोई हादसा हो जाता है तो तुरंत घटनास्थल पर एंबुलेंस पहुंचकर लोगों की जान बचा सकती है।
मरीजों की सेवा के लिए 24 घंटे तैयार रहेंगी 2200 एंबुलेंस
बता दें कि प्रदेश में 108 व 102 एंबुलेंस सेवा प्रदाता संस्था ईएमआईआरआई ग्रीन हेल्थ सर्विसेज के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट टीवीएसके रेड्डी ने बताया कि दिवाली पर 108 सेवा की सभी 2200 एंबुलेंस मरीजों की सेवा के लिए 24 घंटे तैयार रहेंगी। आवश्यकता पड़ने पर मरीजों जल्द से जल्द एंबुलेंस उपलब्ध कराने के लिए अलर्ट जारी किया गया है। सभी एंबुलेंसों में आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित रखने के निर्देश दिए गए हैं। दिवाली पर आवश्यकता के मुताबिक, पुलिस व प्रशासन के सहयोग से एम्बुलेंस ऐसी लोकेशन पर खड़ी करने के निर्देश दिए गए हैं जिससे एम्बुलेंस जल्दी मरीजों तक पहुंच सके। अगर दिवाली पर पटाखे चलाने पर हादसा हो जाए, पटाखों से या दीयों से जलने की दुर्घटनाएं हो जाए तो तुरंत एंबुलेंस सेवा लेकर डॉक्टर को दिखाए।
यह भी पढ़ेंः दीपावली पर योगी सरकार ने निराश्रित महिलाओं को दिया तोहफा, खाते में पहुंची पेंशन की तीसरी किस्त
दीपावली और छठ के त्योहार को देखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर निराश्रित महिलाओं के खाते में उनके पेंशन की तीसरी किस्त भेज दी गई है। राज्य सरकार ने कहा कि निराश्रित महिला पेंशन योजना के तहत लाखों महिलाओं के खाते में तीसरी तिमाही की पेंशन राशि सीधे जमा की गई ताकि उनके घरों में भी दीपावली का पर्व हर्षोल्लास से मनाया जा सके। एक बयान के मुताबिक उत्तर प्रदेश सरकार ने 29 लाख से अधिक निराश्रित महिलाओं को यह आर्थिक सहायता प्रदान कर उनके जीवन में स्थिरता और राहत प्रदान की है। पेंशन की राशि सीधे उनके खातों में अंतरित की गई, ताकि उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो।