Edited By Purnima Singh,Updated: 21 Feb, 2025 06:31 PM
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सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दोस्ती करना आज कल आम बात हो गई है। लेकिन तब क्या हो जब यही दोस्ती आपके लिए मुसीबत का कारण बन जाए। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक ऐसा ही मामला सामने आया है। जहां फेसबुक पर दोस्ती करना एक अधिवक्ता को भारी पड़ गया। साइबर...
लखनऊ: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दोस्ती करना आज कल आम बात हो गई है। लेकिन तब क्या हो जब यही दोस्ती आपके लिए मुसीबत का कारण बन जाए। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक ऐसा ही मामला सामने आया है। जहां फेसबुक पर दोस्ती करना एक अधिवक्ता को भारी पड़ गया। साइबर अपरहाधी ने यूके का नागरिक बनकर अधिवक्ता से दोस्ती बढ़ाई। फिर महंगे गिफ्ट भेजने का झांसा दिया। फिर कस्टम अधिकारी बनकर साइबर जालसाज ने कस्टम ड्यूटी, जीएसटी समेत तमाम मदों के नाम पर 2.60 लाख रुपये का चूना लगा दिया। जब जालसाज की डिमांड बढ़ी तो अधिवक्ता को शक हो गया। पीड़ित अधिवक्ता की शिकायत पर कैसरबाग पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
पीड़ित अधिवक्ता केडी शुक्ल ने अपनी आपबीती बताते हुए पुलिस को बताया कि फेसबुक पर एक अनजान व्यक्ति की फ्रेंड रिक्वेस्ट आई। पीड़ित ने रिक्वेस्ट ऐक्सेप्ट कर ली। फेसबुक फ्रेंड ने खुद को नॉटिंघम यूनाइटेड किंगडम निवासी एलिना विनीफ्रेड बताकर बात शुरू की। मैसेंजर पर दोनों के बीच बातचीत शुरू हो गई। एलिना विनीफ्रेड ने अधिवक्ता को विदेश से गिफ्ट भेजने का झांसा दिया। पीड़ित ने गिफ्ट लेने से मना कर दिया। फिर साइबर जालसाज ने गिफ्ट देने के लिए दबाव बनाया। कोरियर बिल की रसीद भी उनको भेजी गई। कुछ दिन बाद अधिवक्ता के पास एक कॉल आई। कॉल करने वाले ने अपना परिचय दिल्ली एयरपोर्ट के कस्टम अधिकारी के रूप में दिया।
पीड़ित अधिवक्ता से गिफ्ट पार्सल को रिलीज करने से पहले कस्टम ड्यूटी, जीएसटी समेत तमाम नाम से 2.60 लाख रुपये 6 अलग-अलग अकाउंट में ट्रांसफर करवाए गए। जब पीड़ित अधिवक्ता को पार्सल नहीं मिला और साइबर जालसाज की मांग बढ़ने लगी, तो उन्हें शक होने लगा। छानबीन करने पर पता चला कि उनके साथ साइबर फ्रॉड हुआ है। फिर उन्होंने पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया। इंस्पेक्टर कैसरबाग सुनील कुमार सिंह ने बताया कि साइबर सेल की मदद से मामले की जांच की जा रही है।