Edited By Deepika Rajput,Updated: 20 Aug, 2019 11:44 AM
सुप्रीम कोर्ट में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद की 8वें दिन की सुनवाई के दौरान ‘रामलला विराजमान'' के वकील ने ‘एएसआई'' की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि अयोध्या में मस्जिद का निर्माण करने के लिए हिंदू मंदिर गिराया गया।
नई दिल्ली/अयोध्याः सुप्रीम कोर्ट में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद की 8वें दिन की सुनवाई के दौरान ‘रामलला विराजमान' के वकील ने ‘एएसआई' की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि अयोध्या में मस्जिद का निर्माण करने के लिए हिंदू मंदिर गिराया गया।
वरिष्ठ अधिवक्ता सी.एस वैद्यनाथन ने कहा कि ‘एएसआई' की रिपोर्ट में मगरमच्छ और कछुए की आकृतियों का जिक्र है, जिसका मुस्लिम संस्कृति से कोई लेना-देना नहीं है। प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई के नेतृत्व वाली, 5 न्यायाधीशों की संविधान पीठ के समक्ष उन्होंने ‘एएसआई' की रिपोर्ट से अन्य पुरातात्विक साक्ष्यों का हवाला देते हुए विवादित क्षेत्र में हिंदू मंदिर होने के दावों को पुख्ता करने की कोशिश की। मामले की सुनवाई अभी चल रही है।
बता दें कि, प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई के अलावा पीठ में न्यायमूर्ति एसए बोबड़े, न्यायमूर्ति धनन्जय वाई चन्द्रचूड़, न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति एस अब्दुल नजीर भी हैं।