Edited By Nitika,Updated: 22 Aug, 2019 01:38 PM
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के मोरी तहसील में बादल फटने के बाद आई आपदा से टौंस और यमुना नदी उफान पर आ गई हैं। इससे राज्य की 5 जलविद्युत परियोजनाओं को बंद करना पड़ा है। वहीं इसकी वजह से प्रतिदिन 120 लाख यूनिट का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
उत्तरकाशीः उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के मोरी तहसील में बादल फटने के बाद आई आपदा से टौंस और यमुना नदी उफान पर आ गई हैं। इससे राज्य की 5 जलविद्युत परियोजनाओं को बंद करना पड़ा है। वहीं इसकी वजह से प्रतिदिन 120 लाख यूनिट का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
जानकारी के अनुसार, विद्युत उत्पादन घटने की वजह से इसकी आपूर्ति भी प्रभावित हुई और विद्युत विभाग को अब तक करोड़ों रुपए का नुकसान हो चुका है। हालात सामान्य होने में अभी समय लग सकता है। मोरी में बादल फटने की वजह से टौंस और यमुना नदी पर स्थित 5 बड़ी जलविद्युत परियोजनाओं को बंद करना पड़ा, जिससे रोज 12 मिलियन यूनिट का नुकसान राज्य को हो रहा है।
वहीं इस मामले में यूजेवीएनएल के प्रबंध निदेशक एसएन वर्मा का कहना हे कि जब भी इस तरह की बाढ़ जैसी स्थिति होती है तो उसमें मलबा बहुत बढ़ जाता है और मशीनों को चलाना सुरक्षित नहीं रहता। वर्मा ने बताया कि 3000 पीपीएम तक गाद के साथ मशीनें चल सकती हैं और अभी गाद 11000 पीपीएम तक बढ़ गया है। अब फिर से उत्पादन करने के गाद कम होने का इंतजार करना होगा। मोरी तहसील के लगभग 52 गांव में भी बिजली आपूर्ति अब भी ठप पड़ी है और अगले 10 दिन तक इसे सुचारु होने की उम्मीद भी नहीं है। इस आपदा से विद्युत आपूर्ति करने वाले निगम यूपीसीएल को लगभग 2 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
बता दें कि मोरी तहसील में 33 किलोवाट की 26 किलोमीटर और 11,000 किलोवाट की 18 किलोमीटर की लाइनें ध्वस्त हो गई हैं। इसके अतिरिक्त 8 बड़े ट्रांसफार्मर्स को भी नुकसान पहंचा है।