Edited By Ajay kumar,Updated: 16 Apr, 2019 02:27 PM
69000 शिक्षक भर्ती का मामला पिछले कई महीनों से कोर्ट में लंबित है। जिसकी वजह से अभ्यर्थी काफी परेशान हैं। उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद, लखनऊ से लेकर कई जगहों पर बीएड, बीटीसी, शिक्षामित्र अभ्यर्थियों ने सरकार ने भर्ती को जल्दी कराने की मांग की इसके...
लखनऊ: 69000 शिक्षक भर्ती का मामला पिछले कई महीनों से कोर्ट में लंबित है। जिसकी वजह से अभ्यर्थी काफी परेशान हैं। उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद, लखनऊ से लेकर कई जगहों पर बीएड, बीटीसी, शिक्षामित्र अभ्यर्थियों ने सरकार से भर्ती को जल्दी कराने की मांग की, इसके बावजूद भी भर्ती संपन्न नहीं हो पाई। भर्ती में हो रही देरी से नाराज अभ्यर्थियों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है।
ऐसा ही एक मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की आगरा रैली में देखने को मिला। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जैसे ही सभा को संबोधित करने पहुंचे अभ्यर्थियों ने भर्ती की मांग को लेकर पोस्टर लहराए और साथ में नारेबाजी शुरू कर दी। अभ्यर्थियों के इस मांग पर मुख्यमंत्री इतने क्रोधित हुए कि मंच से ही उन्हें धमकी दे डाली। योगी ने धमकाते हुए कहा, ‘बैनर नीचे कर दो नहीं तो हमेशा के लिए बेरोजगार रह जाओगे। योगी ने सुरक्षाकर्मियों से कहा कि ‘ऐसे नमूनों को पहले बाहर कर दिया करो।’
योगी ने प्रदर्शनकारियों से कहा कि आपको मालुम होना चाहिए कि हमारी सरकार ने ही बीएड, बीटीसी की भर्ती के लिए शासनादेश जारी किया था। भर्ती की प्रक्रिया हमने ही शुरू करवाई है। लेकिन ये नौजवान अपनी भर्ती की प्रक्रिया की पारदर्शिता को नहीं देख रहे हैं। जिस पारदर्शिता से हमने सवा 2 लाख नौजवानों की भर्ती की है उत्तर प्रदेश में 15 वर्षों में नहीं हुई। सपा-बसपा की सरकार में बिना पैसे लिए कोई भी नियुक्ति होती ही नहीं थी। आज अगर पैसों की बात कोई अधिकारी या कर्मचारी कर दे तो उसकी जगह जेल में होती है। येसे अधिकारियों और कर्मचारियों के संपत्तियों को जब्त करने के लिए कार्रवाई की गई है। नौजवानों को समझना चाहिए कि सवा 2 लाख नियुक्ति हमारी सरकार ने 2 साल के अंदर किया है।