Edited By Deepika Rajput,Updated: 14 Oct, 2018 01:51 PM
संगम नगरी इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किए जाने पर यूपी की सियासत गरमा गई है। विपक्ष योगी सरकार के इस फैसले की कड़ी आलोचना कर रहा है। वहीं अपने दो दिवसीय दौरे पर इलाहाबाद आए सीएम योगी आदित्यनाथ को कुछ लोगों ने काले झंडे दिखाए। काला झंडा दिखाने...
इलाहाबादः संगम नगरी इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किए जाने पर यूपी की सियासत गरमा गई है। विपक्ष योगी सरकार के इस फैसले की कड़ी आलोचना कर रहा है। वहीं अपने दो दिवसीय दौरे पर इलाहाबाद आए सीएम योगी आदित्यनाथ को कुछ लोगों ने काले झंडे दिखाए। काला झंडा दिखाने वाले युवक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
बता दें कि फूलपुर लोकसभा सीट से सपा सांसद नागेन्द्र प्रताप सिंह पटेल ने भी योगी सरकार के इस फैसले पर विरोध जताया है। नागेन्द्र प्रताप ने कहा कि नाम बदलने से बेहतर कुंभ के नाम पर उजाड़े गए लोगों को बसाना जरुरी है। सपा सांसद ने आरोप लगाया है कि बीजेपी ने जनता का विश्वास खो दिया है, इसलिए दोबारा विश्वास हासिल करने के लिए इस तरह के काम कर रही है। सपा सांसद ने इलाहाबाद का नाम बदलकर बीजेपी पर राजनीतिक फायदा लेने का आरोप लगाया है।
ज्ञात हो कि, सर्किट हाउस में मार्गदर्शक मंडल की पहली बैठक के बाद सीएम ने कहा कि इस बैठक में हर तबके खासकर अखाड़ा परिषद, प्रबुद्ध वर्ग से एक प्रस्ताव आया है कि इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किया जाए। मुझे लगता है कि राज्यपाल महोदय ने इस पर अपनी सहमति दी है। जब हम प्रयाग की बात करते हैं तो जहां दो नदियों का संगम होता है, वह अपने आप में एक प्रयाग हो जाता है। आपको उत्तराखंड में विष्णु प्रयाग, रुद्र प्रयाग, देव प्रयाग, कर्ण प्रयाग देखने को मिलेंगे।
सीएम ने कहा कि हिमालय से निकलने वाली दो देव तुल्य पवित्र नदियां-गंगा और यमुना का संगम इस पावन धरती पर होता है तो स्वभाविक तौर पर यह सभी प्रयागों का राजा है, इसलिए यह प्रयागराज कहलाता है। हमने उनकी इस बात का समर्थन किया है और हमारा प्रयास होगा कि बहुत जल्द हम इस नगर का नाम प्रयागराज करें।