Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Dec, 2017 03:13 PM
योगी सरकार आने के बाद यूपी पुलिस कुछ ज्यादा ही एक्टिव हो चली है। एक तरफ प्रदेश में ताबड़-तोड़ एनकाऊंटर को अंजाम दिए जा रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ अति उत्साह में पुलिस महकमे ने एक बूढ़ी दादी को ही इलाके का गुंडा घोषित कर दिया।
लखनऊ: योगी सरकार आने के बाद यूपी पुलिस कुछ ज्यादा ही एक्टिव हो चली है। एक तरफ प्रदेश में ताबड़-तोड़ एनकाऊंटर को अंजाम दिए जा रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ अति उत्साह में पुलिस महकमे ने एक बूढ़ी दादी को ही इलाके का गुंडा घोषित कर दिया। ये चौंकाने वाला प्रकरण सामने आया है प्रदेश के ललितपुर जिले से। यहां सदर कोतवाली क्षेत्र के विरधा चौकी इलाके में ग्राम विजयपुरा में पुलिसवालों का अजीबो-गरीब कारनामा सामने आया है।
दरअसल बदमाशों की धर-पकड़ कर अपनी पीठ थपथपाने की लालसा में पुलिसकर्मियों ने गांव की 60 वर्षीय दादी अम्मा गुलाब बाई के खिलाफ सीआरपीसी की धारा 110 की कार्रवाई कर दी। पुलिस फाइल में अब गुलाब बाई मिनी गुंडा एक्ट की आरोपी बन गई हैं। इस बात की जानकारी जब गुलाब बाई को हुई तो उनके अचरज का ठिकाना नहीं रहा। परिजन भी भय और असमंजस में हैं कि आखिर ऐसा क्या हो गया जो उनके घर की वृद्ध सदस्य को पुलिसवाले गुंडा मानने लगे। गुलाब बाई ने इस संबंध में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र सौंपा है।
गुंडा बनाई गईं गुलाब बाई का कहना है कि वह गृहस्थ हैं और विरधा चौकी के दारोगा ने उनके खिलाफ मिनी गुंडा एक्ट की धाराएं लगा दी हैं। उन्होंने बताया कि उनका किसी भी प्रकार के अपराध से कोई लेना-देना नहीं है। गुलाब बाई ने बताया कि काफी पहले गांव में एक झगड़ा हुआ था जिसमें पुलिस ने उन्हें आरोपी बनाया था। जांच के बाद उनका नाम केस से हटा लिया गया था।
उधर, मामला सामने आने के बाद पुलिस महकमे के बड़े अफसर भी सकते में हैं। उन्हें समझ में नहीं आ रहा कि आखिर ऐसा हुआ कैसे। जिले के पुलिस अधीक्षक सलमान ताज पाटिल ने इस पूरे प्रकरण के जांच के आदेश दे दिए हैं। फिलहाल यह मामला इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है।