Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 01 Mar, 2020 09:52 AM
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को सैफई और इटावा से जोडऩे पर सवाल खड़े किए हैं
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को सैफई और इटावा से जोडऩे पर सवाल खड़े किए हैं। अखिलेश यादव ने कहा है कि सैफई और इटावा से एलर्जी रखने वाली बीजेपी सरकार का अचानक इतना प्यार क्यों उमड़ पड़ा? उन्होंने सवाल खड़ा करते हुए पूछा कि आखिर बीजेपी सरकार सैफई और इटावा को क्यों जोड़ रही है।
शनिवार को एक में बयान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने बुंदेलखण्ड एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया है। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे बनाने की घोषणा है, लेकिन बुंदेलखंड की हृदयस्थली झांसी को इससे अलग रखा गया है। अचरज की बात है कि झांसी छोड़कर बीजेपी सरकार इटावा पर मेहरबानी दिखा रही है। बुंदेलखण्ड एक्सप्रेस-वे इटावा से जुडऩे परसैफई के पास से भी गुजरेगा। सैफई से जबर्दस्त एलर्जी दिखाने वाली बीजेपी में अचानक इतनी रहमदिली क्योंदिखा रही है।
अखिलेश यादव ने कहा कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे 6 लेन सड़क होगी, लेकिन यह नहीं पता कि वहां सर्विस लेन होगी या नहीं। वहां पुल-पुलिया बनेंगे या नहीं? अवस्थापना सुविधाओं का विस्तार करेंगे या नहीं? इसके रास्ते को मंडियों से जोडऩे का भी इरादा है या नहीं? आखिर इसमें डिवाईडर कितना है।
अखिलेश ने कहा कि सच तो यह है कि बीजेपी सरकार अब तक अपनी एक भी बड़ी योजना लागू नहीं कर पाई है। बुंदेलखण्ड एक्सप्रेस-वे को बनाना ही है तो आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे जैसा बनाना चाहिए। अगर नकल ही करनी है तो पूरी नकल कर लेते। डिफेंस कॉरिडोर बनाने का एलान बड़े जोरशोर से किया गया लेकिन यह नहीं मालूम कि उसके लिए कितनी जमीन बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के पास होगी या दूर होगी?
समाजवादी पार्टी ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में झांसी से सिद्धार्थनगर तक एक्सप्रेस-वे बनाने का वादा किया था। बीजेपी सरकार ने अभी तक तो बुंदेलखंड के लिए कुछ किया नहीं। वहां पेयजल के अभाव, किसानों की कर्ज से मजबूरी में आत्महत्या, अवैध खनन, बढ़ते अपराध की समस्याओं के निराकरण नहीं कर पा रही है। सरकार के पास कोई योजना नहीं है। वे समाजवादी पार्टी की सरकार की योजनाओं को अपनी योजना बताने में जुटे है।